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सचिन तेंदुलकर भारत रत्न के हकदार हैं

२४ दिसम्बर २०१०

वनडे क्रिकेट में 200 रन पूरे बनाने के बाद सचिन तेंदुलकर को भारत रत्न दिए जाने की मांग जोर शोर से उठी. अब टेस्ट क्रिकेट में शतकों का अर्धशतक लगाने के बाद इस मांग ने फिर जोर पकड़ा है. दूसरे खिलाड़ी भी कर रहे हैं मांग.

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तस्वीर: AP

कॉमनवेल्थ गेम्स की शूटिंग स्पर्धा में गोल्ड जीतने वाले गगन नारंग ने तेंदुलकर को भारत रत्न दिए जाने की मांग करते हुए कहा, "यह तो सरकार को ही तय करना है कि सचिन को अवॉर्ड दिया जाए या नहीं. जहां तक मेरी बात है, मेरे हिसाब से वह इसके हकदार हैं. उन्होंने भारतीयों को गर्वित महसूस करने का मौका दिया है. सचिन तब से क्रिकेट खेल रहे हैं जब वर्तमान पीढ़ी के कई क्रिकेटर पैदा भी नहीं हुए थे. उनकी रनों की भूख कम नहीं हुई है. यह कमाल की बात है."

स्टार बॉक्सर और एशियाड में गोल्ड जीतने वाले विजेंदर सिंह भी सचिन की तारीफ करते नहीं थकते. "सचिन जैसे खिलाड़ी सहस्राब्दियों में एक बार पैदा होते हैं. उनका खेल उम्र के साथ बेहतर होता जा रहा है. उनकी उपलब्धियों के लिए उन्हें भारत रत्न दिया जाना चाहिए. हम सब सचिन से ही प्रेरणा लेते हैं. आलोचकों का जवाब देने का तरीका उनका अलग है और वह इसके लिए बल्ले का सहारा लेते हैं. उनसे मैं कई बार मिला हूं और उनके जैसा विनम्र इंसान मिलना मुश्किल है."
कर्नाटक की अश्विनी अक्कुंजी भी तेंदुलकर को भारत रत्न से सम्मानित किए जाने के पक्ष में हैं. ग्वांग्जो एशियाड में अश्विनी ने 4X400 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक जीता. "सचिन ने देशवासियों को इतनी खुशियां दी हैं. इतने सफल होने के बावजूद वह बेहद शांत और जमीन से जुड़े हैं और यह प्रेरणादायी है. उनके जैसा खिलाड़ियों को खेलते हुए देखने से हमें प्रोत्साहन मिलता है." इन खिलाड़ियों से पहले विश्वनाथन आनंद, लता मंगेशकर और वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम के कप्तान कपिल देव सचिन को भारत रत्न दिए जाने की वकालत कर चुके हैं.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: ए कुमार

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