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ब्लाटर और प्लाटिनी पर 8 साल का प्रतिबंध

२१ दिसम्बर २०१५

अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल महासंघ फीफा के नैतिक आयोग ने संगठन के प्रमुख योसेफ ब्लाटर और यूरोपीय फुटबॉल महासंघ यूएफा के प्रमुख मिशेल प्लाटिनी पर 8 साल का प्रतिबंध लगा दिया है. अब प्लाटिनी नहीं लड़ पाएंगे फीफा प्रमुख का चुनाव.

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Schweiz suspendierter FIFA-Präsident Sepp Blatter
तस्वीर: Getty Images/AFP/F. Coffrini

जर्मनी के न्यायाधीश हंस योआखिम एकर्ट की अध्यक्षता वाले नैतिक आयोग ने यह जानकारी दी है. नैतिक आयोग की कानूनी फैसला लेने वाली समिति ने 2011 में ब्लाटर द्वारा प्लाटिनी को 20 लाख स्विस फ्रैंक के विवादास्पद भुगतान में विश्व संगठन के प्रमुख और यूरोपीय महासंघ के प्रमुख के बीच हितों का टकराव पाया. आयोग ने कहा है कि उन्होंने भुगतान के रिश्वत होने के सबूत नहीं पाए लेकिन भुगतान का कोई कानूनी आधार नहीं था.

फीफा के नैतिक आयोग के इस फैसले के बाद मिशेल प्लाटिनी संभवतः 26 फरवरी को होने वाले चुनाव में अध्यक्ष पद की उम्मीदवारी नहीं कर सकेंगे. इसी तरह 79 वर्षीय ब्लाटर के खेल अधिकारी वाला करियर भी इसके साथ समाप्त हो गया है. दोनों खेल अधिकारियों ने प्रतिबंध की स्थिति में उसके खिलाफ अपील करने की घोषणा की थी. फीफा के नैतिक आयोग के इस फैसले को अंतरराष्ट्रीय खेल न्यायालय सीएएस और स्विटजरलैंड की संघीय अदालत में चुनौती दी जा सकती है. सेप ब्लाटर ने फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि वे अपने लिए और फीफा के लिए फैसले के खिलाफ लड़ेंगे.

विश्व फुटबॉल महासंघ और इलाकाई संगठनों के अध्यक्षों पर एक निगाह डालने पर विश्व फुटबॉल की पूरी समस्या और उहापोह साफ हो जाती है. ब्लाटर और प्लाटिनी को 8 साल के लिए ससपेंड कर दिया गया है. दक्षिण अमेरिका के फुटबॉल संघों के महासंघ कोनमेबोल के प्रमुख खुआन आंखेल नापूट तथा उत्तरी तथा केंद्रीय अमेरिकी महासंघ कोनकाकैफ के प्रमुख अलफ्रेडो हेविट हावेगास को भ्रष्टाचार के संदेह में गिरफ्तार कर लिया गया है. फीफा के अंतरिम प्रमुख और अफ्रीकी महासंघ के प्रमुख इसा हायातू पर भी भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं. एशियाई महासंघ के प्रमुख शेख सलमान बिन इब्राहिम अल खलीफा को बरहीन में मानवाधिकार के हनन के आरोपों का सामना करना पड़ रहा है. ओसियन फेडरेशन के डेविड चुंग एकमात्र फुटबॉल अधिकारी हैं जो अब तक आरोपों से बचे हुए हैं.

एमजे/आईबी (डीपीए, रॉयटर्स)