1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें
समाज

वीडियो के चक्कर में महिलाओं के जिम पर ताला

२७ अप्रैल २०१८

सऊदी अरब में इन दिनों बदलाव की हवा चल रही है, लेकिन पिछले दिनों वहां महिलाओं के एक जिम को अधिकारियों ने बंद कर दिया. इसकी वजह जिम का एक प्रमोशनल वीडियो है जो काफी वायरल हुआ.

https://p.dw.com/p/2wn3n
Cycling in Jeddah  Saudi women embrace change Wandel für Frauen in Saudi Arabien
तस्वीर: Reuters/R. Baeshen

इस वीडियो में एक महिला ने जिम में कसरत करने वाले तंग कपड़े पहने हुए हैं, जिसे लेकर काफी विवाद हुआ. इसके बाद सऊदी स्पोर्ट्स अथॉरिटी के प्रमुख तुर्की अल शेख ने जिम का लाइसेंस रद्द करने का आदेश दिया है. उन्होंने ट्वीट किया, "हम इसे बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेंगे."

शेख सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के सलाहकार हैं. उन्होंने अधिकारियों को आदेश दिया है कि इस मामले की जांच की जाए और जो लोग भी इस वीडियो के पीछे हैं उनके खिलाफ मुकदमा चलाया जाए. आप भी यह वीडियो देखिए.

यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब चल रहा है लेकिन समाचार एजेंसी एएफपी इसकी स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं कर पाई है. वीडियो में खुले बालों वाली एक महिला को देखा जा सकता है जिसे जिम जैसी जगह पर पंचिंग बैग में किक मारते देखा जा सकता है. स्पोर्ट्स अथॉरिटी का कहना है कि वीडियो में ऐसे दृश्य हैं जो "सार्वजनिक नैतिक मूल्यों को भ्रष्ट" कर सकते हैं.

एक शाही अदालत के मीडिया सलाहकार सउद अल-काहतानी ने अथॉरिटी के कदम को बिल्कुल सही ठहराया है. उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि सऊदी अरब "नैतिक मूल्यों से भटके बिना" आधुनिकीकरण के रास्ते बढ़ रहा है.

बेहद रुढ़िवादी सऊदी समाज में महिलाओं को पूरा शरीर ढकने के लिए अबाया पहनना जरूरी है. साथ ही उन्हें अपने बाल भी ढंकने होते हैं. पिछले साल जुलाई में एक वीडियो में टॉप और मिनी स्कर्ट में दिखने वाली महिला से भी सऊदी अरब में पूछताछ की गई थी.

सऊदी अरब इन दिनों अपने कई आर्थिक और सामाजिक सुधारों को लेकर चर्चा में है. इसके तहत जून से महिलाओं को ड्राइविंग की अनुमति दी जा रही है. उन्हें पुरूषों के साथ स्टेडियम में बैठकर मैच देखने की इजाजत भी मिल गई है. सरकार खेलों में महिलाओं को बढ़ावा देने में भी जुटी है. लेकिन सऊदी अरब में महिलाएं अब भी अपने पुरूष सरपस्त से पूछे बिना पढ़ने, काम करने या यात्रा पर जाने जैसे अहम फैसले खुद नहीं कर सकती हैं. यह पुरूष सरपरस्त पिता, पति, भाई या फिर बेटा भी हो सकता है.

एके/एमजे (एएफपी)