हर बार कुछ नया मंथन में
२६ जुलाई २०१३मैं लगभग दो महीने से मंथन देख रहा हूं जिसके प्रति मेरी रूचि हर बार बढ़ती जाती है कि अगली बार किस टॉपिक पर चर्चा होगी. यह मेरा पसंदीदा ब्लॉक है जिसमें आपको ऐसा देखने को मिलता है जो आपने कभी देखा या सुना ही न हो. आई लव यू मंथन.
गगनप्रीत सिंह, पंजाब
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मैं डॉयचे वेले की खूबसूरत, हर तरह की जानकारी से भरी वेबसाइट रोजाना दो बार देखता हूं. सुबह आफिस पहुंचने के तुरंत बाद एक बार पिछले दिन की खबरें देख लेता हूं. सभी आर्टिकल पढ़ना तो सम्भव नहीं होता, लेकिन अपने पसंदीदा विषय पर दी गई जानकारी जरूर देख लेता हूं. फिर एक बार आफिस से घर के लिए निकलने से पहले वेबसाइट के हर पेज पर नजर डालता हूं. ये हैं मेरा दिन का सफर डॉयचे वेले के साथ.
मैगी बन गई मॉली आंटी शीर्षक आलेख बहुत अच्छा लगा. जर्मनी में लोकप्रिय हो रहा है हवाई योग शीर्षक आर्टिकल भी रोचक लगा. योग के बारे में जानकारी तो मुझे है लेकिन हवाई योग क्या है पता नही था, जो इस आलेख से मिल गई. आपका विज्ञान पेज किसी भी विज्ञान पत्रिका से कम नही है जहां तरह तरह की आकर्षक तथा रोमांचकार जानकारियां होती है. आखिर में मैं बताना चाहूंगा कि साप्ताहिक शो "मंथन" का तो कोई जवाब नहीं, जिसे देखने के लिए बेचैन होकर इंतज़ार में रहता हूं.
सुभाष चक्रबर्ती, नई दिल्ली
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मंथन में हर बार कुछ नयी जानकारी और कुछ नया देखने को मिलता है जो मुझे और मेरे सारे परिवार को बहुत पसंद है. इस बार सोलर हीटर पर जानकारी मिली. हम सभी सोलर लाइट का ही सोल्यूशन ढूंढ रहे हैं और मंथन में आपने यह अच्छी जानकारी दी. बहुत बार ऐसा होता है कि जिस दिन हम बेसब्री से मंथन का इंतजार कर रहे होते हैं उसी समय बिजली की कटौती हो जाए तो बहुत ही बुरा लगता है. आप हमें बिजली पर विस्तार से जानकारी दीजिए और हमें पत्रिका भेजें जिसमें हमें इसकी और ज्यादा जानकारी मिले.
प्रमोद आर. भराटे, जालना, महाराष्ट्र
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प्रश्न चिन्ह ढूंढने के लिए मैं आपकी वेबसाइट पर गया. वहां सेटेलाईट वाले कृषि उपकरण एवम सोलर उर्जा का हब के बारे में मैंने पढ़ा और मुझे सही जानकारी मिली. आपका बहुत बहुत धन्यवाद आप हमें हिंदी से जुड़े रहने का अवसर दे रहे हैं. निवेदन है डीडब्ल्यू हिंदी प्रसारण अपनी सेवा हमें इसी तरह प्रदान करता रहे.
राजवीर यादव, आजमगढ़ ,उत्तर प्रदेश
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आज यूं ही बीबीसी की हिंदी वेबसाइट देख रहा था अचानक एक खबर पर निगाह पड़ी तो चौंक गया. चौंक इसलिए किया गया कि आज से काफी दिन पूर्व ही ये समाचार मैं डॉयचे वेले की वेबसाइट पर पढ़ चुका था. खबर थी मुम्बई के रेड लाइट एरिए से अमेरिका पहुंची श्वेता की. एक बार फिर लगा की समाचारों को पकड़ कर पाठकों तक पहुंचाने में डॉयचे वेले का जवाब नहीं. वैसे तो मैं उस समाचार पर अपनी टिप्पणी के धन्यवाद पहले ही आपको भेज चुका हूं लेकिन एक बार पुनः पूरी टीम के प्रति आभार व्यक्त करना चाहता हूं साथ ही उम्मीद करता हूं कि ये चुस्ती-फुर्ती और मुस्तैदी आगे भी कायम रहेगी.
रवि श्रीवास्तव, इंटरनेशनल फ्रेंडस क्लब, इलाहाबाद
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आपकी वेबसाइट पर सीरिया की स्थति के बारे में अमेरिका की भूमिका पर लेख पढ़ा. निश्चय ही सीरिया में अमेरिका का हस्तक्षेप अत्यंत जोखिम भरा है. अमेरिका को वियतनाम से लेकर अफगानिस्तान में किए गए हस्तक्षेप पर काफी जान माल का नुकसान हुआ है. संबंधित देशों में आज भी कहीं शांति दिखाई नहीं दे रही है. अब एक और हस्तक्षेप अमेरिका को आर्थिक रूप से अत्यंत कमजोर बना देगा और फिर विश्व में यूरोपियन राष्ट्रों फ्रांस, जर्मनी आदि का दबदबा हो जायेगा. मेरे विचार से अमेरिका के लिए अब एक संतुलित रवैया लेकर चलना ही हितकारी होगा.
हरीश चन्द्र शर्मा, जिला अमरोहा, उत्तर प्रदेश
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संकलनः विनोद चड्ढा
संपादनः आभा मोंढे