"अंत में जवाब मौसम में छिपा होगा"
३० दिसम्बर २०१४एशिया की टॉप बजट एयरलाइंस में शुमार एयर एशिया के विमान का संपर्क 28 दिसंबर की सुबह तब टूट गया जब पायलट ने खराब मौसम के कारण रूट बदलने की अनुमति मांगी. सुराबाया से सिंगापुर जा रहे एयरबस विमान पर 162 लोग सवार थे जिनमें 155 इंडोनेशिया के थे. विमान का पायलट फ्रांसीसी था. एयर एशिया मूल रूप से मलेशिया की कंपनी है, जिसने पिछले दशक में इंडोनेशिया में इंडोनेशिया एयर एशिया के नाम से सेवाएं शुरू की हैं. इंडोनेशिया में इस कंपनी का कोई विमान दुर्घटनाग्रस्त नहीं हुआ है.
लेकिन इंडोनेशिया की दूसरी विमानन कंपनियों का रिकॉर्ड ऐसा नहीं है. असैनिक और सैनिक विमानों की दुर्घटनाओं पर नजर रखने वाली संस्था एविएशन सेफ्टी नेटवर्क ने पिछले 10 साल में इंडोनेशिया के विमानों के 50 सुरक्षा हादसों को रजिस्टर किया है, जिनमें कुछ का अंत घातक रहा.
गरुड़ एयरलाइंस, प्रेमीएयर और एयर एशिया को छोड़ कर इंडोनेशिया की किसी विमान कंपनी को यूरोपीय संघ आने की अनुमति नहीं है. विमानन विशेषज्ञ क्रिस येट्स का कहना है कि सिर्फ 2014 में इंडोनेशिया की विमान कंपनियां 9 बार हादसों का शिकार हुईं.
डीडब्ल्यू: एयर एशिया के सुरक्षा रिकॉर्ड के बारे हमें क्या बता सकते हैं?
क्रिस येट्स: एयरलाइंस का उन बाजारों में, जहां वह ऑपरेट करता है, वर्चस्व बना हुआ है और वह भी पिछले दिनों तक बिना किसी हादसे के. पहले यह एयरलाइंस मिश्रित फ्लीट ऑपरेट करती थी जिसमें बोइंग 737 भी शामिल था. लेकिन इन दिनों वह सिर्फ ए 320 प्रकार के एयरबस विमान ऑपरेट करता है. इसकी वजह एक प्रकार के विमान को होने वाला आर्थिक फायदा है.
क्या आप इस बात से सहमत हैं कि एयर एशिया के विमान के गुम होने की घटना इंडोनेशिया में होने वाली घटनाओं का हिस्सा है?
यह कहना सही होगा कि इंडोनेशिया के सुरक्षा रिकॉर्ड बहुत खराब है. इस साल ही 9 घटनाएं हुई हैं, हालांकि सौभाग्य से कोई मौत नहीं हुई. हाल के दिनों की सबसे गंभीर घटना 2007 में हुई जब आदमएयर का बोइंग पामबाउआंग के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया. कोई 102 यात्री और कर्मीदल मारे गए. इंडोनेशिया एयर एशिया के गठन से उम्मीद पैदा हुई कि हवाई सुरक्षा के मामले में एक नया काल शुरू होगा लेकिन ताजा दुर्घटना से पुराने सवाल फिर से सामने आ गए हैं.
क्या आप एयर एशिया विमान हादसे और इंडोनेशिया के सुरक्षा रिकॉर्ड में कोई संबंध देखते हैं?
फिलहाल ऐसा कुछ भी नहीं जो कहे कि दोनों किसी भी तरह जुड़े हैं. उपलब्ध सूचना से लगता है कि एयर एशिया का नुकसान मौसम की वजह से हुआ है. जिस इलाके से विमान उड़ रहा था वह और वहां मौसम में नाटकीय बदलाव आ सकते हैं. मेरा विचार है कि मौसम अकेला ही विमान को आकाश से नीचे लाने के लिए जिम्मेदार था.
इंडोनेशिया के एयरलाइनों की सुरक्षा को लेकर इतनी परेशानी क्यों है?
सुरक्षा की कई वजहें होती हैं जिमें खराब रखरखाव, पायलट की ट्रेनिंग, तकनीकी और एयर ट्रैफिक कंट्रोल आदि शामिल हैं. यह स्वाभाविक है कि दुर्घटना होने पर सवालों के जवाब मांगे जाएं लेकिन वे जांच पूरी होने पर ही दिए जा सकेंगे. फ्लाइट 8501 के मामले में मलबा और ब्लैक बॉक्स रिकॉर्डर खोजने तथा उनका पूरी तरह विश्लेषण करने की जरूरत है ताकि सही जवाब दिए जा सकें. इस समय हम किसी बात से इनकार नहीं कर सकते, लेकिन अंत में जवाब मौसम में छिपा होगा.
क्या इंडोनेशिया की विमान कंपनियों पर सुरक्षा के मामलों के कारण रोक लगी है?
इंडोनेशिया की एयरलाइनों पर पिछले दिनों में भी अंतरराष्ट्रीय रोक रही है. यूरोपीय संघ ने 2007 में इंडोनेशिया पर नो फ्लाई प्रतिबंध लगाया था जिसे सुरक्षा में बेहतरी पाए जाने के बाद कुछ एयरलाइंस से 2010 में हटा लिया गया.
विमानन उद्योग सुरक्षा को बेहतर बनाने के लिए और क्या कर सकता है?
इस साल से शुरू में मलेशिया एयरलाइंस के एमएच 370 की दुर्घटना के बाद विमान की ट्रैकिंग के कई सवाल उठे और अंत में पता चला कि एकार्स संचार सिस्टम, जिस पर बहुत सी कंपनियां भरोसा करती हैं, अब इस मकसद के लिए फिट नहीं है. अब लक्ष्य वैकल्पिक सिस्टम है, जो इमरजेंसी की स्थिति में आवाज और डाटा सीधे जमीन पर भेज सके.
बहुत सी कंपनियां इस पर काम कर रही हैं. उनमें से एक ऑक्सफोर्ड की विसकॉम एरोस्पेस कंपनी है. उसके उत्पाद नागरिक विमानन की मदद करने वाले संचार ढांचे में शून्य को भरने में मदद कर सकते हैं. लेकिन किसी भी नई तकनीकी के लिए जरूरी है कि विमानन उद्योग उसे खरीदे. एयर एशिया की दुर्घटना विमानन मैनेजमेंट में इस पर विचार करने के लिए उत्प्रेरक का काम कर सकती है और जल्द ही इस तरह के उत्पाद विमानों के केबिन में जगह बना सकते हैं.
क्रिस येट्स ब्रिटेन के स्वतंत्र विमानन सुरक्षा कंसल्टेंट हैं.
इंटरव्यू: गाब्रिएल डोमिंगेज