1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

यूक्रेन से अलग होने पर अड़े

१२ मई २०१४

सारी चेतावनियों के बावजूद पूर्वी यूक्रेन के अलगाववादियों ने जनमत संग्रह करवा लिया है और अब दावा कर रहे हैं कि अधिकतर जनता डोनेट्स्क और लुहांस्क को कीव से अलग करना चाहते हैं.

https://p.dw.com/p/1By2u
तस्वीर: picture-alliance/dpa

अंतरराष्ट्रीय आलोचना वाले जनमत संग्रह में रूस समर्थक यूक्रेनियों ने दावा किया है कि स्वघोषित पीपुल्स रिपब्लिक बनाने के लिए 80 फीसदी लोगों ने रजामंदी जताई है. जबकि लुहांस्क में सिर्फ पांच फीसदी लोगों ने स्वायत्तता के विरोध में वोट दिया. दोनों इलाकों के नेताओं ने रविवार रात भारी भागीदारी का दावा किया. रूस का समर्थन कर रहे कार्यकर्ताओं के मुताबिक डोनेट्स्क में 71 फीसदी और लुहांस्क में 80 फीसदी लोगों ने जनमत संग्रह में वोट डाले.

मतदान केंद्र और बैरिकैड

अधिकतर मतदान केंद्रों पर लंबी कतारें देखी गईं. पारदर्शी डिब्बों में लोगों ने अपने मत डाले. इन डिब्बों पर पीपल्स रिपब्लिक के काले नीले और लाल झंडे चिपके हुए थे. स्लावयांस्क में कई जगह सड़क पर ही मतदान हो रहा था. क्रास्नोआरमिश्स्क में सैन्य कार्रवाई के दौरान एक व्यक्ति के मारे जाने और एक के घायल होने की खबर है. रूसी मीडिया के मुताबिक यूक्रेन की सेना ने एक मतदान केंद्र में वोटिंग रोक दी. इसके बाद दोनों पक्षों के बीच झड़पें होने की खबर है.

नोवोरशिया की दिशा में पहला कदम

अलगाववादियों के नेता डेनिस पुशिलिन ने बताया कि अगले कदम के तौर पर वो सरकारी और सैन्य संरचना बनाएंगे. डोनेट्स्क के स्वघोषित गवर्नर पावेल गुबारेव ने रूस के सरकारी टीवी को बताया, "हमारे लिए जनमत संग्रह ही सब कुछ है. नया देश बनाना न्यू रूस बनाने की दिशा में पहला कदम है. यह दक्षिण पूर्वी यूक्रेन में होगा. क्रीमिया की तरह रूस से जुड़ना हालांकि इस वक्त योजना का हिस्सा नहीं है.

Ukraine - Referendum der Seperatisten
अधिकतर लोगों ने किया हां पर टिकतस्वीर: DW

कीव में विदेश मंत्रालय ने कहा, "क्रेमलिन से प्रेरित, आयोजित और आर्थिक मदद" वाला जनमत संग्रह बेकार है और यूक्रेन की सीमा और संप्रभुता के लिए उसका कोई मतलब नहीं होगा. ये आपराधिक नाटक करने वाले आयोजकों ने यूक्रेन के संविधान और कानून का उल्लंघन किया है.

पश्चिमी देशों की प्रतिक्रिया

यूरोपीय संघ और अमेरिका ने साफ कह दिया है कि वह इस जनमत संग्रह को स्वीकार नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि अगर कोई नतीजा स्वीकार किया जाएगा तो वह 25 मई को होने वाले राष्ट्रपति चुनावों का. यूरोपीय संघ ने इस बीच एक बयान जारी करते हुए जनमत संग्रह को "गैर कानूनी" बताया है और कहा है कि इसके नतीजों को मान्यता नहीं दी जाएगी. यूरोपीय संघ की विदेश आयुक्त कैथरीन ऐश्टन ने कहा कि पूर्वी यूक्रेन में अलगाववादी संगठन इलाके में तनाव कम करने के खिलाफ का कर रहा है. यूक्रेन संकट पर बहस करने के लिए यूरोपीय संघ के विदेश मंत्रियों की मुलाकात हो रही है. 25 मई को यूक्रेन में राष्ट्रपति चुनावों को लेकर पश्चिमी देशों ने कहा है कि अगर इनमें कोई परेशानी आई तो रूस की अर्थव्यवस्था को नुकसान होगा. अमेरिकी रक्षा मंत्री चक हेगल ने कहा, "रूस को लग सकता है कि वह जीत रहा है लेकिन दुनिया में लंबे समय तक सोचने की जरूरत है." यूरोपीय परिषद के प्रमुख हेरमन फान रॉमपाय कीव जाकर यूक्रेन के नेताओं से मिलेंगे.

एएम/एमजी (डीपीए, रॉयटर्स, एएफपी)