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इतिहास में आज: 30 जुलाई

ऋतिका राय२९ जुलाई २०१४

1966 में आज का दिन इंग्लैंड के फुटबॉल प्रेमियों के लिए बेहद खास रहा. इस दिन इंग्लैंड की टीम ने पश्चिम जर्मनी को हरा कर पहली बार विश्व कप फुटबॉल जीता पर एक गोल विवाद की जड़ बन गया.

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तस्वीर: Getty Images

1930 से शुरू हुए फुटबॉल विश्व कप के बाद इंग्लैंड को अपनी और इकलौती ट्रॉफी उठाने के लिए 36 साल इंतजार करना पड़ा. 1966 में लंदन के वेम्ब्ली स्टेडियम में खेले जा रहे फाइनल मुकाबले को देखने ब्रिटेन के शाही परिवार से महारानी एलिजाबेथ द्वितीय और राजकुमार फिलिप भी पहुंचे. करीब 93 हजार दर्शकों से खचाखच भरे स्टेडियम में मेजबान इंग्लैंड ने पश्चिम जर्मनी की टीम को फाइनल में हराया. पहली बार विश्व चैंपियन बनी इंग्लिश टीम के कप्तान बॉबी मूर ने रॉयल बॉक्स में महारानी एलिजाबेथ के हाथों विश्व चैंपियन की सुनहरी ट्रॉफी कबूली.

खेल बेहद दिलचस्प रहा और मुकाबला कांटे का. खेल का समय पूरा होने तक मैच का फैसला नहीं हो पाया. एक्स्ट्रा टाइम में खेलते हुए इंग्लैंड के ज्यॉफ हर्स्ट ने मैच में अपना तीसरा गोल दागा. इसी गोल की मदद से इंग्लैंड ने 4-2 से जीत दर्ज की. इसी गोल के साथ हर्स्ट ने एक व्यक्तिगत रिकॉर्ड भी अपने नाम किया. फीफा विश्व कप के इतिहास में किसी फाइनल मैच में गोलों की हैट्रिक मारने वाले वह पहले और आज तक के इकलौते खिलाड़ी बने हुए हैं. हर्स्ट के दूसरे गोल को लेकर काफी विवाद भी रहा है. जर्मन टीम ने दावा किया कि गोलपोस्ट से टकराने के बाद बॉल ने गोल लाइन पार नहीं की थी. लाइनमैन ने भी इसे गोल नहीं माना लेकिन आपसी बातचीत के बाद रेफरी ने गोल की सीटी बजा दी.