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आईएस कर रहा है अंगों का व्यापार!

१८ फ़रवरी २०१५

पैसा जुटाने के लिए इस्लामिक स्टेट पर मारे गए लोगों के अंगों का कारोबार करने के आरोप लग रहे हैं. इराकी दूत ने यह आरोप लगाते हुए सुरक्षा परिषद से मामले की जांच की मांग की.

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तस्वीर: picture-alliance/AP Photo/Hussein Malla

संयुक्त राष्ट्र में इराक के दूत मोहम्मद अलहाकिम के मुताबिक हाल के समय में कई ऐसे शव मिले हैं जिन पर सर्जिकल कट साफ देखे जा सकते हैं. कई शवों से किडनी या अन्य अंग गायब हैं. ऐसे शव बड़ी सामूहिक कब्रों से मिले हैं.

अलहाकिम ने कहा, "हमारे पास शव हैं. आईये और खुद देख लीजिए. साफ है कि कुछ अंग गायब हैं. कुछ अंग क्यों गायब हैं? ये पैसा जुटाने का एक और तरीका है." इराकी दूत ने दावा किया कि शवों से अंग निकालने से इनकार करने वाले कई डॉक्टरों को इस्लामिक स्टेट मौत के घाट उतार चुका है. इराकी शहर मोसुल में कई डॉक्टरों की इसी वजह से हत्या की गई.

अलहाकिम ने मंगलवार को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को इराक की स्थिति से अवगत कराया. इराक में संयुक्त राष्ट्र के दूत निकोलाय म्लाडेनोव ने भी सुरक्षा परिषद को इराक में जारी नरसंहार की रिपोर्ट दी. अलहाकिम के दावों की पुष्टि करते हुए म्लाडेनोव ने भी कहा कि ऐसी रिपोर्टें हैं कि इस्लामिक स्टेट पैसा जुटाने के लिए अंगों का कारोबार कर रहा है. इराक में आतंकवाद और हथियारबंद हिंसा के चलते जनवरी में 790 लोगों की जान गई.

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इराक में कुछ जगहों पर सामूहिक कब्रेंतस्वीर: Margarete van Ess/DAI/UNESCO

म्लाडेनोव ने इस्लामिक स्टेट के कब्जे में आ चुके इराक के बड़े इलाके को जल्द से जल्द मुक्त कराने पर जोर दिया. खुद को इस्लामिक स्टेट कहने वाले सुन्नी आतंकवादी इराक और सीरिया के एक तिहाई इलाके पर कब्जा कर चुके हैं. अपने नियंत्रण वाले इलाकों में आतंकवादियों ने कड़ा शरिया कानून लागू किया है. हाल के समय में कुछ इलाके आईएस के कब्जे से मुक्त कराए गए हैं. लेकिन वहां भी एक संकट सामने आ रहा है. मुक्त कराए जा चुके इलाकों में अब सुन्नी समुदाय पर हमले हो रहे हैं. म्लाडेनोव इन्हें बदले की कार्रवाई मान रहे हैं.

सुरक्षा परिषद ने इराक व सीरिया में सक्रिय इस्लामिक स्टेट और विद्रोही अल-नुसरा फ्रंट के खिलाफ बीते हफ्ते एक प्रस्ताव पास किया. कोशिश है कि इन संगठनों को पैसा जुटाने से रोका जाए. प्रस्ताव के तहत गैरकानूनी तेल निर्यात, सांस्कृतिक विरासतों की तस्करी, फिरौती और दान से मिलने वाली रकम को रोका जाएगा.

ओएसजे/आरआर (एपी, डीपीए)