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विलुप्त हो जाएंगे ढेरों पक्षी

१९ मई २०१६

उत्तरी अमेरिका में पाई जाने वाली पक्षियों की प्रजातियों में से एक तिहाई से अधिक के विलुप्त होने का खतरा है.

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तस्वीर: AP

यह निष्कर्ष अमेरिका, कनाडा और मेक्सिको में पक्षियों की संख्या पर अध्ययन कर रहे नार्थ अमेरिकन बर्ड कंजर्वेशन इनिशिएटिव ने निकाला गया है. अध्ययन का कहना है कि इस क्षेत्र में मौजूद कुल पक्षियों की 1154 प्र​जातियों में से 37 प्रतिशत को तुरंत संरक्षित किए जाने की जरूरत है.

नार्थ अमेरिकन बर्ड कंजर्वेशन इनिसिएटिव का कहना है कि खास तौर पर समुद्री और उष्णकटिबंधीय प​क्षियों के अस्तित्व पर संकट और गहरा है. इन इलाकों की आधी से अधिक प्रजातियों की आबादी तेजी से गिरी है, उनका इलाका सिमटता गया है और उनके घरोंदों पर गंभीर खतरे बढ़ते गए हैं.

रिपोर्ट ने इसके लिए कई कारणों को जिम्मेदार बताया है, जिसमें जलवायु परिवर्तन, शिकारी, मानवीय दखल और पक्षियों के घोंसलो पर शिकारी बिल्लियों के हमले शामिल हैं.

1999 में तीनों ही देशों की सरकारों ने मिलकर नार्थ अमेरिका बर्ड कंजर्वेशन इनिशिएटिव का गठन किया था. इनिशिएटिव की इस रिपोर्ट में पक्षियों की गिरती आबादी को ​रोकने के लिए कई सुझाव दिए गए हैं. रिपोर्ट का कहना है कि शिकार को पूरी तरह रोका जाए, संरक्षित समुद्री इलाकों को बढाया जाए और प्लास्टिक उत्पादों के प्रयोग पर रोक लगे जो पक्षियों को कई तरह से नुकसान पहुचाते हैं.

आरजे/एमजे (रॉयटर्स)