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उत्तर कोरिया पर परेशान विश्व समुदाय

१९ सितम्बर २०१७

संयुक्त राष्ट्र महासभा के वार्षिक जमावड़े पर उत्तर कोरिया का परमाणु कार्यक्रम चर्चा के केंद्र में है. भारत ने उत्तर कोरिया के परमाणु प्रसार संबंधों की जांच की मांग की है तो चीन और जापान उत्तर कोरिया पर दबाव बना रहे हैं.

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Russland Moskau Wang Yi und Sergei Lavrov
तस्वीर: picture-alliance/dpa/N. Anton

संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में हिस्सा लेने न्यूयॉर्क में पहुंचे चीन के विदेशमंत्री वांग यी और उनके रूसी समकक्ष सेर्गेई लावरोव ने सभी पक्षों से अपील की कि वे उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम को लेकर चल रहे मौजूदा गतिरोध का शांतिपूर्ण समाधान निकालने की कोशिश करें. लावरोव ने कहा, "इस मुद्दे पर रूस का रुख चीन के रुख से पूरी तरह मेल खाता है." रूस चीन की दोहरी रणनीति के इस प्रस्ताव से सहमत है कि उत्तर कोरिया अपने मिसाइल और परमाणु परीक्षणों को रोकेगा, वहीं दूसरी ओर अमेरिका और दक्षिण कोरिया को अपना संयुक्त सैन्य अभ्यास बंद करना होगा.

वहीं संयुक्त राष्ट्र महासभा में अमेरिकी राजदूत निक्की हेली ने दोहरी रणनीति को अपमानजनक बताया है. उन्होंने कहा, "अगर उत्तर कोरिया ने अपने परमाणु और मिसाइल कार्यक्रमों को नहीं रोका तो वह खत्म हो जाएगा." ट्रंप के रक्षा मंत्री जिम मैटिस हेली के बयान का समर्थन करते नजर आए. उन्होंने कहा कि उनके पास कई सैन्य विकल्प हैं और वे अपने सहयोगियों और उनके हितों की रक्षा कर लेंगे.

व्हाइट हाउस की ओर से जारी बयान में कहा गया है, "सैन्य अभ्यास और कड़ी बयानबाजी के बावजूद अमेरिकी राष्ट्रपति ने इस मुद्दे से निपटने के लिये राजनयिक माध्यमों से कोशिशें जारी रखी हैं." बयान के मुताबिक अमेरिकी राष्ट्रपति ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से फोन पर बातचीत की है. दोनों नेता संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के माध्यम से उत्तर कोरिया पर दबाव बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.

वहीं उत्तर कोरिया ने चेतावनी दी है कि ज्यादा प्रतिबंधों और दबाव से उसे कोई फर्क नहीं पड़ेगा बल्कि इससे उसके परमाणु कार्यक्रमों को और तेजी मिलेगी. उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय ने संयुक्त राष्ट्र के नए प्रतिबंधों की कड़ी निंदा की है. उत्तर कोरिया ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के नए प्रतिबंध अनैतिक, अमानवीय और शत्रुतापूर्ण हैं.

उधर अमेरिका के चार फाइटर जेट और दो बमवर्षक विमानों ने कोरियाई प्रायद्वीप के ऊपर उड़ान भरकर अपनी ताकत का प्रदर्शन भी किया. दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि चार एफ-35बी फाइटर जेट और दो बी-1बी बमवर्षक विमानों ने प्रायद्वीप के ऊपर उड़ान भरकर अमेरिका और दक्षिण कोरिया की साझा ताकत का प्रदर्शन किया.

सुषमा स्वराज का पाक पर निशाना

न्यूयॉर्क में महासभा की बैठक में हिस्सा लेने पहुंची भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन और जापानी समकक्ष तारो कोनो के साथ त्रिपक्षीय बातचीत की. इस बैठक में समुद्री सुरक्षा, संपर्क और प्रसार के मुद्दों पर विचार विमर्श किया गया. मंत्रियों ने अंतरराष्ट्रीय कानूनों के सम्मान और विवादों के शांतिपूर्ण समाधान सुनिश्चित करने पर जोर दिया.

सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान का नाम लिये बिना कहा कि उत्तर कोरिया के परमाणु प्रसार संबंधों का पता लगाया जाना चाहिए और उसे परमाणु तकनीक देने में जो भी शामिल हो उसे जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए. उन्होंने अमेरिका और जापान के विदेश मंत्रियों के साथ वार्ता के दौरान उत्तर कोरिया के उकसावेपूर्ण कार्रवाई की तीखी आलोचना की.

लंबे समय से यह माना जाता है कि पाकिस्तान ने ही उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम के फलने-फूलने में मदद की है.

एसएस/एमजे (डीपीए,रॉयटर्स,एएफपी)