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उपराज्यपाल और केजरीवाल के टकराव पर सुनवाई

१९ मई २०१५

वरिष्ठ नौकरशाह शकुंतला गैमलिन को दिल्ली का कार्यकारी मुख्य सचिव नियुक्त किये जाने का विवाद अब राष्ट्रपति तक पहुंच गया है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल उपराज्यपाल नजीब जंग के खिलाफ शिकायत लेकर आज राष्ट्रपति से मिल रहे हैं.

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Arvind Kejriwal Indien Ministerpräsident Vereidigung
तस्वीर: AFP/Getty Images

वरिष्ठ नौकरशाह शकुंतला गैमलिन को कार्यकारी मुख्य सचिव नियुक्त किये जाने पर दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग और मुख्यमंत्री केजरीवाल के बीच के टकराव पर राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी सुलह कराएंगे. केजरीवाल ने इस मसले पर अपना पक्ष रखने के लिए राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी से समय लिया है. राष्ट्रपति भवन ने भेंट के लिए केजरीवाल को शाम छह बजे का समय दिया है.

दिल्ली के मुख्य सचिव केके शर्मा के दस दिन के निजी अवकाश पर अमेरिका जाने के दौरान दिल्ली के मुख्य सचिव का कार्यभार कौन संभालेगा इसको लेकर उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री के बीच पिछले चार दिन से विवाद छिड़ा है. उपराज्यपाल ने वरिष्ठ नौकरशाह शकुंतला गैमलिन को मुख्य कार्यकारी सचिव नियुक्त किया था जबकि केजरीवाल ने इसका विरोध करते हुए उन पर सार्वजनिक आरोप लगाए. यह मामला और गंभीर हो गया जब केजरीवाल ने गैमलिन को नियुक्ति पत्र देने वाले प्रधान सचिव अनिंदो मजूमदार को न केवल इस पद से हटा दिया बल्कि दिल्ली सचिवालय स्थित उनके कार्यालय पर ताला जड़ दिया और अधिकार दिल्ली सरकार के प्रधान सचिव राजेन्द्र कुमार को सौंप दिए. इसके बाद उपराज्यपाल ने राजेन्द्र कुमार की नियुक्ति के आदेश को रद्द कर दिया.

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया ने आज प्रधान सचिव अनिंदो मजूमदार की जगह दिल्ली सरकार के प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार की नियुक्ति के आम आदमी पार्टी(आप) सरकार के आदेश को रद्द किए जाने के उपराज्यपाल नजीब जंग के फैसले को असंवैधानिक बताया. सिसौदिया ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लिखेंगे. उपराज्यपाल जंग को लिखे पत्र में सिसौदिया ने कहा कि कुमार को हटाने का उपराज्यपाल का आदेश कानून और संविधान के खिलाफ है और इसलिए यह फैसला लागू नहीं होता. उन्होंने कहा “मुझे आपके कार्यालय से पत्र मिला है लेकिन उसमें आपने जो लिखा है वह कानून और संविधान के प्रावधानों के खिलाफ है इसलिए इसे लागू नहीं किया जा सकता. हालांकि इस संबंध में श्री केजरीवाल प्रधानमंत्री को एक पत्र लिखेंगे.”

इस बीच दिल्ली की कार्यवाहक मुख्य सचिव शकुंतला गैमलिन ने सोमवार को केन्द्रीय गृह सचिव की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में हिस्सा लिया. केन्द्रीय कार्मिक राज्य मंत्री जितेन्द्र सिंह ने इस विवाद के बारे में पत्रकारों के सवालों पर कहा कि नौकरशाहों के प्रति गरिमापूर्ण व्यवहार किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि यदि विवाद खड़े होते हैं तो उन्हें सुलझाने के कुछ अन्य तरीके भी हो सकते हैं. केजरीवाल ने गैमलिन पर एक बिजली कंपनी का पक्ष लेने का आरोप लगाते हुए कार्यवाहक मुख्य सचिव के पद पर उनकी नियुक्ति का विरोध किया था. आम आदमी पार्टी ने जंग पर आरोप लगाया है कि वह दिल्ली सरकार को नजरअंदाज कर प्रशासन चलाना चाहते हैं.

एमजे/आरआर (वार्ता)