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अब एटीएम से पैसा निकालेगा समार्टफोन

२३ फ़रवरी २०१६

अमेरिका में इन दिनों लोग एटीएम मशीन में बैंक कार्ड का नहीं, बल्कि स्मार्टफोन का इस्तेमाल कर रहे हैं. जानिए कैसे स्मार्टफोन के जरिए पैसा निकाला जा सकता है.

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Symbolbild Grundrecht Girokonto
तस्वीर: picture-alliance/dpa

अब तक कम से कम 2,000 ऐसी एटीएम मशीनें इंस्टॉल कर दी गयी हैं जिनमें बैंक कार्ड की कोई जरूरत नहीं पड़ रही है. अमेरिका में एटीएम मशीनें और बैंकों से जुड़े अधिकतर सॉफ्टवेयर मुहैया कराने वाली कंपनी एफआईएस ग्लोबल के डग ब्राउन का कहना है कि वे बहुत तेजी से देश भर में इस तरह की नई मशीनों को इंस्टॉल करना चाहते हैं. उन्होंने बताया कि अगले 18 महीनों के भीतर ऐसी 80,000 मशीनें अमेरिका में काम कर रही होंगी. ब्राउन के अनुसार जल्द ही अमेरिका के बाहर दूसरे देशों में भी कार्डलेस एटीएम मशीनें देखी जाएंगी.

10 सेकंड में पैसे

पैसा निकालने के लिए आपको अपने स्मार्टफोन पर एक ऐप डाउनलोड करना होगा. आप जब भी पैसा निकालना चाहेंगे ऐप पर आपके लिए एक कोड जनरेट होगा. बस इस कोड के जरिए एटीएम मशीन आपको पैसा दे देगी. ब्राउन का कहना है कि इस तरह की तकनीक से ट्रांजैक्शन में लगने वाले कुल समय को कम किया जा सकता है. आम तौर पर डेबिट कार्ड के जरिए प्रोसेसिंग में 30 से 40 सेकंड का वक्त लगता है, जबकि स्मार्टफोन से मात्र 10 सेकंड में ऐसा हो सकेगा.

हैकिंग की संभावना नहीं

इसके अलावा सुरक्षा के लिहाज से भी इसे बेहतरीन बताया जा रहा है. ब्राउन का कहना है कि डेबिट कार्ड को हैक करने वालों के लिए यह तकनीक निराशा भरी है. इंटरनेट पर डेबिट और क्रेडिट कार्ड को हैक करने के कई तरीके मौजूद हैं. इनमें से एक है किसी के डेबिट कार्ड इस्तेमाल करने के बाद उसी मशीन में एक डेबिट कार्ड के आकार की चिप को डाल कर सारा डाटा निकाल लेना. इसे स्किमिंग कहते हैं. स्मार्टफोन तकनीक के जरिए स्किमिंग की संभावना खत्म हो जाती है. ब्राउन बताते हैं, "ग्राहक इस बात को जानते हैं और इसीलिए इस तकनीक का स्वागत कर रहे हैं."

ना स्क्रीन, ना कीपैड

इसके अलावा एटीएम बनाने वाली एक और कंपनी डीबोल्ड तो ऐसी मशीन पर काम कर रही है जिसमें ना ही स्क्रीन होगी और ना कीपैड. डीबोल्ड के डेव कूचेंस्की का कहना है, "हम यहां यह कहना चाह रहे हैं कि आप कार्ड रीडर को भूल जाइए, पिन पैड को भी. अब यह सब कुछ हमारी जेब में ही है." ग्राहक को केवल अपनी पहचान को वेरिफाय करानी है और ऐसा होगा उंगली के निशान से या फिर आंख की पहचान से. ये नई एटीएम मशीनें फिंगरप्रिंट रीडर या फिर आइरिस स्कैनर से लैस होंगी.

एनएफसी से पैसा

साथ ही बैंक ऑफ अमेरिका एनएफसी यानि नियर फील्ड कम्यूनिकेशन तकनीक पर काम कर रहा है. इसमें भी डेबिट कार्ड की जरूरत नहीं हुआ करेगी. ग्राहक यहां भी स्मार्टफोन पर कोड देखेंगे और एटीएम में पिन की जगह कोड एंटर करेंगे. जहां इस तरह की तकनीक में केवल नए सॉफ्टवेयर से ही काम चल जाएगा, वहीं कई जगह नए हार्डवेयर की भी जरूरत होगी.

आईबी/ओएसजे (एएफपी)

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