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ओबामा की नई परमाणु-रणनीति

६ अप्रैल २०१०

अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने एक नई परमाणु रणनीति तय की है, जिसके तहत गैर-परमाणु देशों के खिलाफ़ इन अस्त्रों का प्रयोग नहीं किया जाएगा. ईरान और उत्तर कोरिया अपवाद होंगे.

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परमाणु हमला नहींतस्वीर: AP

वॉशिंग्टन अब से थोड़ी देर बाद अपनी नई परमाणु-नीति की घोषणा करने वाला है, जिसमें परमाणु हथियारों के निर्माण और इस्तेमाल को लेकर मह्त्वपूर्ण तब्दीलियां की जा रही हैं. ओबामा की इस नई राष्ट्रीय सुरक्षा-नीति में अमरीकी परमाणु-हथियारों की भूमिका सीमित की जा रही है. इस रणनीति के तहत अमरीका अपने को पहली बार वचनबद्ध कर रहा है कि वह परमाणु अप्रसार संधि का पालन करने वाले ग़ैर-परमाणु देशों के ख़िलाफ़ परमाणु-हथियारों का इस्तेमाल नहीं करेगा.

हर नई अमरीकी सरकार को कॉंग्रेस के सामने परमाणु-अस्त्रों के इस्तेमाल की अपनी योजना प्रस्तुत करनी होती है. ओबामा-प्रशासन अपनी घोषणा द्वारा बुश-सरकार की 2002 में घोषित नीति को पलट रहा है. बुश की उस नीति के तहत अमरीका पर रासायनिक या जैविक हथियारों के किसी हमले की आशंका को टालने के लिए परमाणु-हथियारों के इस्तेमाल की धमकी दी गई थी - फिर चाहे वह हमला किसी ग़ैर-परमाणु देश की ओर से ही क्यों न हो.

लेकिन नीति के इस पलटाव के बावजूद ओबामा ने यह स्पष्ट कर दिया है कि परमाणु-अप्रसार संधि का उल्लंघन करने वाले ईरान और उत्तर कोरिया जैसे देश अमरीका के परमाणु-निशाने पर बने रह सकते हैं. ओबामा की योजना के तहत किसी जैविक हमले के ख़िलाफ़ जवाबी परमाणु कार्रवाई के प्रयोग का विकल्प खुला रख छोड़ा गया है, बशर्ते कि यह विश्वास करने का कारण मौजूद हो कि अमरीका पर एक विध्वंसकारी हमला किया जा सकता है.

सोमवार को अख़बार न्यू यॉर्क टाइम्स को दिए गए एक इंटर्व्यू में ओबामा ने कहा, "मैं अमरीकी जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक साधन बनाए रखूंगा."

इस नई नीति का एक और महत्वपूर्ण पक्ष यह है कि अंतरराष्ट्रीय अस्त्र-नियंत्रण की एक मिसाल क़ायम करते हुए अमरीका किन्हीं नए परमाणु हथियारों का निर्माण नहीं करेगा. लेकिन साथ ही वह अपनी मौजूदा हथियार-संरचना में सुधार के लिए निवेश में बढ़ोतरी भी करेगा.

इस नई नीति की घोषणा ऐसे समय की जा रही है, जबकि ओबामा गुरुवार को प्राग जाने वाले हैं, जहां वह रूस के साथ एक नए अस्त्र-नियंत्रण समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे. इस संधि के तहत इन दो देशों द्वारा तैनात किए जाने वाले परमाणु-अस्त्रों की संख्या में एक-तिहाई कटौती कर दी जाएगी.

इंटर्व्यू में ओबामा ने कहा कि उनकी नई नीति परमाणु-हथियारों से रहित विश्व की दिशा में एक अधिक व्यापक प्रयास का हिस्सा है.

ओबामा अगले सप्ताह वॉशिंग्टन में दो दिन की एक अंतरराष्ट्रीय परमाणु सुरक्षा शिखर बैठक की मेज़बानी करेंगे.

रिपोर्ट: गुलशन मधुर, वाशिंगटन

संपादन: उज्ज्वल भट्टाचार्य