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ओबामा के भाषण का स्वागत

२४ मई २०१३

आतंकवाद पर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के भाषण की दुनिया में तारीफ हो रही है. ग्वांनातामो जेल बंद करने और ड्रोन हमलों की रणनीति सार्वजनिक करते हुए ओबामा ने इसे न्यायोचित ठहराया पर ये माना कि इससे नागरिक भी मारे गए हैं.

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तस्वीर: Getty Images

जर्मन विदेश मंत्री गीडो वेस्टरवेले ने अमेरिकी राष्ट्रपति की उस कोशिश की सराहना की, जिसके तहत उन्होंने दुनिया की सबसे बदनाम ग्वांतानामो की जेल बंद करने की वकालत की है. वेस्टरवेले ने कहा, "यह फैसला तर्कसंगत और महत्वपूर्ण है." विदेश मंत्री ने कहा कि यह अमेरिकी मूल्यों के हित में है और अटलांटिक के दोनों पार के मूल्यों को भी दर्शाता है.

राष्ट्रपति बनने के बाद से ही ओबामा ग्वांतानामो की जेल को बंद करने की बात कर रहे हैं, जो क्यूबा की सरजमीं पर बनी है. वॉ़शिंगटन के राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय में ओबामा ने कहा, "दुनिया भर में ग्वांतानामो ऐसी निशानी बन गया है, जो बताता है कि अमेरिका नियम तोड़ता है."

हालांकि उनका कहना है कि यहां के कैदियों का क्या किया जाए, इस पर फैसला नहीं हो पाया है, "हमारे पास दुनिया भर के 166 बेहद खतरनाक और गंदे अपराधी ग्वांतानामो में हैं. अगर हम उन्हें यमन भेज देंगे, तो हम उन्हें हमेशा के लिए खो देंगे. हमें पहले उनके साथ अदालत में इंसाफ करना चाहिए और फिर तय करना चाहिए कि क्या किया जाए."

ओबामा ने अपने भाषण में अमेरिकी ड्रोन हमलों के बारे में भी जानकारी दी, जो आधिकारिक तौर पर पहली बार लोगों तक पहुंचा. उन्होंने कहा कि न्यायसंगत युद्ध के लिए ऐसा करना गलत नहीं है. अमेरिकी लंबे अर्से से खास तौर पर पाकिस्तान और यमन में ड्रोन हमले करता आया है, "फिलहाल हम एक युद्ध में हैं और अगर हमलावरों को पहले ही नहीं रोका गया, तो वे बहुत से अमेरिकीयों को मार देंगे. इसलिए हमारा युद्ध न्यायोचित है. यह आत्मरक्षा के लिए है."

ऐसी खबरें थीं कि पिछले कई साल से अमेरिका कई देशों की सीमा में घुस कर बिना पायलट वाले विमानों से हमला करता था. इनमें वे देश भी हैं, जिनके साथ वह युद्ध नहीं कर रहा है. समझा जाता था कि अमेरिकी खुफिया विभाग सीआईए के नेतृत्व में ये हमले 2009 से किए जा रहे हैं, लेकिन इनकी शुरुआत उससे कहीं पहले की जा चुकी थी.

पाकिस्तान और यमन ने ओबामा के बयान पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है. हालांकि उनकी नीतियों की कुल मिला कर आलोचना की गई है. पाकिस्तान के अधिकारियों और राजनयिकों ने कहा कि ओबामा ने उनकी चिंताओं पर बात की, जिससे रिश्ते सुधर सकते हैं.

पाकिस्तान की मांग है कि ड्रोन हमले बंद होने चाहिए क्योंकि यह उसकी संप्रभुता पर हमला है. पिछले महीने पाकिस्तान हाई कोर्ट ने आदेश दिया था कि ड्रोन हमले युद्ध अपराध हैं और सरकार को इन ड्रोनों को मार गिराना चाहिए.

यमन के एक खुफिया अधिकारी ने कहा कि ड्रोन हमले अल कायदा के खिलाफ काफी कारगर हैं, जहां रायनयिकों और विदेशियों को अपहरण की कोशिश की जाती रही है. दो साल पहले यमन में एक अमेरिकी ड्रोन हमले में अमेरिकी नागरिक और संदिग्ध आतंकवादी अनवर अल अवलाकी मारा गया था.

एजेए/एमजे (डीपीए, रॉयटर्स, एपी)

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