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कश्मीरियों का दिल जीत पाएंगे मोदी?

१६ अगस्त २०१९

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से धारा 370 हटाने को अपनी जीत के तौर पर पेश किया, लेकिन सवाल यह है कि क्या वह कश्मीर घाटी के लोगों का दिल जीत पाएंगे?

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तस्वीर: Reuters/A. Abidi

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि धारा 370 के तहत जम्मू कश्मीर को मिले विशेष दर्जे से वहां भ्रष्टाचार और भाई भतीजावाद को बढ़ावा मिल रहा था और इससे वहां रहने वाली महिलाओं, बच्चों और अल्पसंख्यक समुदायों के साथ अन्याय हो रहा था. उन्होंने कहा, "आज हर भारतीय कह सकता है: एक देश, एक संविधान."

दूसरी तरफ आलोचकों का कहना है कि कश्मीरी लोग राज्य का विशेष दर्जा खत्म किए जाने को मंजूर नहीं करेंगे. अब तक बाहरी लोगों को जम्मू कश्मीर में जमीन खरीदने और राज्य सरकार की नौकरियों के लिए आवेदन करने का हक नहीं था. लेकिन अब ऐसा नहीं होगा.

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धारा 370 को खत्म करने के बाद भारतीय अधिकारियों ने इस इलाके में इंटरनेट सेवाओं और फोन संपर्कों को काटने के साथ साथ सड़कों को रोक दिया है. इसके अलावा 500 से ज्यादा स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी लिया गया.

जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक का कहना है कि राज्य के दर्जे में हुए बदलाव से वहां समृद्धि आएगी और विकास होगा. उनके मुताबिक यह इलाका पर्यटन और उद्योग का बड़ा केंद्र बनेगा. 

लेकिन कई स्थानीय लोगों में राज्य का दर्जा खत्म करने पर रोष है. श्रीनगर में रहने वाले 38 साल के बिलाल अहमद कहते हैं, "भारतीय लोग आाजाद हैं लेकिन हम कश्मीर लोगों को आजादी मिलनी अभी बाकी है. अगर हम आजाद होते तो हमें इस तरह कैद करके नहीं रखा जाता."

खाली सड़क पर एक शटरबंद दुकान के सामने बैठे 70 साल के व्यक्ति का कहना है, "मैं घर में बैठ कर थक गया हूं, इसलिए बाहर बैठा हूं." मोची का काम करने वाले इस व्यक्ति के मुताबिक, "मैंने दस दिन से काम नहीं किया है. मैं बीमार हूं लेकिन मेरे पास दवाई खरीदने के लिए पैसा नहीं है."

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इस बीच खबर है कि भारतीय सैनिकों ने स्थानीय अखबार के लिए काम करने वाले एक पत्रकार को हिरासत में लिया है. इरफान अहमद मलिक घाटी में सबसे ज्यादा पढ़े जाने वाले ग्रेटर कश्मीर के लिए काम करते हैं. यह साफ नहीं है कि उन्हें क्यों हिरासत में लिया गया. मलिक के पिता मोहम्मद अमीन मलिक का कहना है, "हमें अपने बेटे की चिंता हो रही है." जम्मू कश्मीर सरकार के प्रवक्ता का कहना है कि वह इस मामले को देख रहे हैं.

उधर नियंत्रण रेखा पर भारत और पाकिस्तान के बीच गोरीबारी होने की खबरें भी मिल रही हैं. पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता आसिफ गफूर ने ट्वीट कर बताया है कि पाकिस्तानी सेना के तीन जवान मारे गए हैं जबकि भारतीय सेना के पांच जवानों के मारे जाने का भी उन्होंने दावा किया है. उनके मुताबिक भारत ने गोलीबारी शुरू की.

लेकिन भारतीय सेना के प्रवक्ता ने अपने किसी जवान के नहीं मारे जाने की बात कही है. भारतीय सेना के एक बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान ने सुबह सात बजे संघर्षविराम का उल्लंघन किया.

धारा 370 खत्म किए जाने के बाद पाकिस्तान ने भारत से अपने व्यापार और परिवहन संबंध तोड़ लिए हैं और भारतीय उच्चायुक्त को अपने यहां से निकाल दिया है. पाकिस्तान इस मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद तक ले जा रहा है.

एके/एनआर (रॉयटर्स)

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