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कश्मीर उप चुनाव में 200 से अधिक हिंसक वारदातें, 8 मरे

१० अप्रैल २०१७

भारतीय कश्मीर में रविवार को हुए उप चुनाव में 200 से अधिक जगहों पर हिंसक वारदातें रिपोर्ट की गयीं. सुरक्षा बलों के साथ हिंसक झड़पों में 200 से अधिक नागरिकों के घायल होने और कम से कम 8 लोगों के मरने की खबर है.

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Kaschmir Unruhen bei Wahlen in Srinagar
तस्वीर: picture-alliance/Zumapress/U. Asif

भारतीय पुलिस ने सोमवार को कश्मीर के कई हिस्सों में लोगों की आवाजाही पर रोक लगा दी है, जिससे कर्फ्यू जैसी स्थिति उत्पन्न हो गयी है. एक दिन पहले हुए उपचुनाव के दौरान हुई हिंसा की चपेट में आने से आठ लोगों की जान चली गयी और 200 से अधिक लोग घायल हैं.

कश्मीर में अलगाववादियों ने इसके विरोध में दो दिन के बंद का आह्वान किया है. उन्होंने नागरिकों से चुनाव का बहिष्कार करने का भी आह्वान किया था. इन सब कारणों से चुनाव के दिन हिंसा की काफी वारदातें सामने आईं, 70 फीसदी मतदान केंद्रों को बंद करना पड़ा और करीब सात फीसदी लोगों ने वोट डाले.  यह संख्या 2014 में हुए पिछले चुनाव से करीब 26 फीसदी कम और इस इलाके में हुए आज तक के चुनावों में ऐतिहासिक रूप से सबसे कम है. 

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि बडगाम जिले में हुई हिंसक झड़प में पुलिस पर पत्थर फेंक रहे विरोध प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पहले आंसू गैस का इस्तेमाल किया गया, फिर हालात काबू में ना आने पर गोली चलाई गई जिससे सात लोगों की जान चली गयी. एक दूसरी हिंसक वारदात में एक और प्रदर्शनकारी मारा गया.

सोमवार को पूरे इलाके में सुरक्षा व्यवस्था और बढ़ा दी गयी है. पुलिस ने बैरिकेड लगाकर सड़कें ब्लॉक कर दी हैं और गाड़ियों की आवाजाही पर भी काफी सख्ती है. यहां तक की कई ट्रेन सेवाएं भी स्थगित कर दी गयी हैं.

भारत, कश्मीर के इस इलाके में अलगाववादी भावनाएं भड़काने का आरोप पड़ोसी देश पाकिस्तान पर लगाता है. जबकि पाकिस्तान इस आरोप से इंकार करता आया है. जुलाई 2016 से भारतीय कश्मीर में हिंसा फिर से तेज हो गयी, जब एक अलगाववादी नेता बुरहान वानी सुरक्षा बल के हाथों मारा गया.

राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी शांतमनु ने बताया कि रविवार को, "200 से भी अधिक हिंसक वारदातें" रिपोर्ट हुईं हैं. इसमें पत्थर फेंका जाना, पेट्रोल बम से हमले और पोलिंग स्टेशनों को जलाया जाना शामिल है. चुनाव अधिकारी ने बताया कि पुलिस और पैरामिलिट्री के 100 से भी अधिक सरकारी अधिकारी भी इस हिंसा में जख्मी हुए हैं. राज्य में करीब पांच साख भारतीय सैनिक तैनात हैं. चुनाव के लिए केंद्र ने वहां 20,000 अतिरिक्त पैरामिलिट्री स्टाफ भेजा था. 

यह उपचुनाव राज्य के श्रीनगर शहर में खाली पड़ी सीट के लिए कराए गए थे. 12 अप्रैल को अनंतनाग की एक और सीट के लिए दूसरा उपचुनाव होना है.

एक दूसरी घटना में, भारतीय सुरक्षा बलों ने केरान सेक्टर के पास चार संदिघ्द उग्रवादियों को मार गिराया. अधिकारी राजेश कालिया ने बताया है कि वे पाकिस्तान से लगी सीमा से भारत के क्षेत्र में घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे थे.

दक्षिण एशिया के दोनों पड़ोसी देश भारत और पाकिस्तान पूरे कश्मीर पर अपना दावा करते हैं लेकिन फिलहाल कुछ कुछ हिस्सों में उनका अलग अलग शासन चलता है.

आरपी/ओएसजे (रॉयटर्स,एएफपी)