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कश्मीर में तनाव बरकरार, 60 गिरफ्तार

९ जुलाई २०१०

भारत प्रशासित कश्मीर में तनाव चरम पर. पत्रकारों और अलगाववादियों पर सरकार ने शिकंजा कसा. 60 से ज्यादा संदिग्ध अलगाववादियों को गिरफ्तार किया गया. घाटी में भारत विरोधी प्रदर्शन जारी.

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तस्वीर: AP

श्रीनगर समेत कश्मीर घाटी के कई शहरों में कर्फ्यू जारी है. हालात काबू में करने के लिए सेना को तैनात कर दिया गया है. राज्य पुलिस का कहना है कि श्रीनगर, अनंतनाग और कई दूसरे इलाकों में रात भर छापेमारी अभियान चलाया गया, जिसमें 60 संदिग्ध अलगाववादियों को गिरफ्तार किया गया. इनमें से 30 गिरफ्तारियां श्रीनगर से हुई हैं.

Indien Rajouri Kadal
तस्वीर: UNI

लेकिन घाटी में हालात अब भी तनावपूर्ण हैं. प्रशासन का कहना है कि अशांति फैलाने वाले हर शख्स को गिरफ्तार किया जाएगा. अधिकारियों के मुताबिक सुरक्षाकर्मियों की फायरिंग में मारे गए लोगों का मामला राजनीतिक ढंग से सुलझाया जाएगा.

बीते एक महीने में कश्मीर में फायरिंग में 12 से ज्यादा लोग मारे गए हैं. इनमें कुछ मासूम बच्चे भी शामिल हैं. इन मौतों से घाटी के लोग भड़के हुए हैं और सुरक्षाकर्मियों पर बेरहमी से हत्याएं करने का आरोप लगा रहे हैं.

इस बीच एक टेलीफोन बातचीत की रिकॉर्डिंग सामने आई है. भारतीय मीडिया का कहना है कि इस बातचीत में हुर्रियत के दो नेता अशांति फैलाने की साजिश रच रहे हैं. बातचीत में कहा गया है कि हमें 10-15 मौतें और चाहिए. भारतीय मीडिया में ऐसी रिपोर्टें है कि दोनों हुर्रियत नेता विरोध प्रदर्शनों की खातिर आम लोगों को मरवाने की बात कर रहे हैं.

इस बीच घाटी के कई इलाकों में तीसरे दिन भी कर्फ्यू जारी रहा. कश्मीर के कई पत्रकारों का आरोप है कि उन्हें रिपोर्टिंग नहीं करने दी जा रही है. कुछ पत्रकारों ने सुरक्षाकर्मियों पर बदसलूकी का आरोप भी लगाया है.

कश्मीर में बीते कुछ महीनों में कई युवकों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो चुकी है. इसकी वजह से घाटी में विरोध प्रदर्शनों का एक नया दौर शुरू हो गया है. जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्लाह ने सभी दलों से हालात शांत करवाने में मदद की अपील की है. इस बाबत सोमवार को सर्वदलीय बैठक भी बुलाई गई है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह

संपादन: एस गौड़