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कांग्रेस गठन के 125 साल

२६ दिसम्बर २००९

कांग्रेस अपनी स्थापना के 125 साल मनाने की ज़ोरदार तैयारियों में जुट गई है. 28 दिसंबर 1885 को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस अस्तित्व में आई थी. एक सदी से भी ज़्यादा पुराने इतिहास वाली पार्टी ने आज़ादी के बाद कई टूट देखी.

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तस्वीर: AP

अब जो पार्टी अस्तित्व में है उसका नाम अखिल भारतीय कांग्रेस है. जो पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की अगुवाई में बनी कांग्रेस आई का ही नया अवतार है.

कांग्रेस के 125 साल पूरे होने के मौके पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह दिल्ली के कोटला मार्ग पर इंदिरा गांधी भवन का शिलान्यास करेंगे. कांग्रेस का नया दफ़्तर यही होगा. पार्टी महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने कहा कि इस मौके पर होने वाले कार्यक्रम भविष्य के नज़रिए को समर्पित होंगे. पार्टी ने ब्लॉक, ज़िला और राज्य स्तर पर पार्टी इकाइयों को विशेष कार्यक्रम करने को कहा है. द्विवेदी ने बताया कि कार्यक्रमों में देश की युवा पीढ़ी को कांग्रेस के इतिहास और उसकी भूमिका और उसकी विरासत की झांकी दिखाई जाएगी और उन्हें देश की आज़ादी में कांग्रेस के योगदान की ऐतिहासिकता के बारे में भी बताया जाएगा. विभिन्न मीडिया माध्यमों के ज़रिए कांग्रेस का सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक क्षेत्रों और अतंरराष्ट्रीय मंचों में योगदान भी दिखाया जाएगा.

इस अवसर पर पार्टी 32 हस्तियों को श्रद्धा सुमन भी अर्पित करेगी. इनमें कांग्रेस के संस्थापक सदस्य डब्लूसी बनर्जी, महात्मा गांधी, लोकमान्य तिलक, लाला लाजपत राय, बिरसा मुंडा, हकीम अज़मल ख़ान, सरदार भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, मौलाना अबुल कलाम आज़ाद, जवाहरलाल नेहरू, सरदार वल्लभ भाई पटेल, सुभाष चंद्र बोस, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी शामिल हैं.

पार्टी उन ऐतिहासिक स्थलों और घटनाओं को भी याद करेगी, जिनका संबंध भारत की आज़ादी से रहा है. कांग्रेस गठन के 125 साल के महोत्सवों के लिए पार्टी ने सोनिया गांधी की अगुवाई में एक कमेटी भी गठित कर दी है. रक्षा मंत्री एके एंटनी कमेटी के उपाध्यक्ष होंगे.

रिपोर्ट: पीटीआई/एस जोशी

संपादन: ए जमाल