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कार बम मामले में सुराग की तलाश

३ मई २०१०

न्यू यॉर्क के टाइम्स स्कवायर पर कार बम हमले की कोशिश के मामले में पुलिस अब तक मिले सबूतों का विश्लेषण कर रही है. पुलिस ने कहा है कि फ़िलहाल यह नहीं कहा जा सकता कि इसके पीछे तालिबान का हाथ है.

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तस्वीर: AP

अमेरिका की घरेलू सुरक्षा मामलों की मंत्री जैनेट नेपोलिटानो ने कहा है कि न्यू यॉर्क के व्यस्ततम इलाक़े में हुई इस घटना को आतंकी हमले की कोशिश मान कर जांच की जा रही है. हालांकि उन्होंने अभी यह बताने से इनकार किया है कि इसके पीछे किसका हाथ हो सकता है. कार में एक बैग में कुछ अज्ञात पदार्थ होने की भी रिपोर्टें सामने आई हैं और पुलिस का मानना है कि यह फ़र्टिलाइज़र (खाद) हो सकता है.

अब तक पुलिस मान कर चल रही थी कि बम बनाने में प्रोपेन गैस और पेट्रोल का इस्तेमाल किया गया है लेकिन पुलिस का कहना है कि कार से आठ बैग भी मिले हैं जो तार के ज़रिए दूसरी डिवाइस से जुड़े हुए हैं. बैग में जो पदार्थ रखा गया है वह खाद प्रतीत होता है. इससे विस्फोटक पदार्थ अनुमान से कहीं ज़्यादा घातक साबित हो सकता था. पुलिस अभी यह कहने की स्थिति में नहीं है कि बम पूरी तरह क्यों नहीं फट पाया.

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तस्वीर: picture-alliance/dpa

पाकिस्तान में तालिबान ने दावा किया है कि अल क़ायदा के दो बड़े कमांडरों की मौत और मुसलिम देशों में अमेरिकी हस्तक्षेप का बदला लेने के लिए उन्होंने ही कार बम हमले की कोशिश की. कार में प्रोपेन, गैसोलीन और अन्य विस्फोटक पदार्थों को रखा गया था. लेकिन न्यू यॉर्क पुलिस कमिश्नर रेमंड कैली ने कहा है कि अभी ऐसे कोई सबूत नहीं मिले हैं जिससे तालिबान के दावे को मज़बूती मिलती हो.

पुलिस का कहना है कि यह भी निश्चित तौर पर नहीं कहा जा सकता कि टाइम्स स्कवायर की घटना के पीछे इस्लामी गुट हैं या फिर किसी और संगठन ने इस हमले को अंजाम देने की कोशिश की है. पुलिस के मुताबिक़ वीडियो फ़ुटेज में एक व्यक्ति को पहचाना गया है जो कार से कुछ दूर अपनी कमीज़ बदलता नज़र आ रहा है. लेकिन यह भी पक्के तौर पर नहीं कहा जा सकता कि कार में बम रखे होने के पीछे इस व्यक्ति का हाथ है.

Times Square Bombenalarm NO FLASH
तस्वीर: AP

शनिवार शाम को एक व्यक्ति ने पुलिस को आगाह किया और पुलिस के तलाशी लेने पर विस्फोटक बरामद हुए. जिस समय यह घटना हुई उस वक़्त टाइम्स स्कवायर पर भारी संख्या में पर्यटक होते हैं. शनिवार को देर शाम उस इलाक़े को खाली करा लिया गया था और फिर रविवार को भारी पुलिस बल की मौजूदगी में ही उसे खोला गया.

व्हाइट हाउस के प्रवक्ता रॉबर्ट गिब्स का कहना है कि ओबामा प्रशासन हर संभावना पर विचार कर रहा है. यह भी संभव है कि इस घटना के पीछे आतंकवादी संगठनों का हाथ हो. राष्ट्रपति ओबामा ने कहा है कि राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी टीम हर उस क़दम को उठाएगी जिससे लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित होती हो.

अमेरिकी ख़ुफ़िया विभाग के एक अधिकारी ने कहा है कि हमले की कोशिश का दावा तालिबान की ओर से होना हैरान करने वाला नहीं है लेकिन अभी यह कहना मुश्किल है कि असल में इसके लिए कौन ज़िम्मेदार है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: ओ सिंह