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किरगिस्तान में फंसे भारतीयों को प्लेन से लाएंगे

१४ जून २०१०

दक्षिणी किरगिस्तान में जातीय हिंसा के कारण फंसे भारतीयों को हवाई जहाज़ से देश लाया जाएगा. बताया जाता है कि कई सौ भारतीय छात्र किरगिस्तान में फंसे हुए हैं.

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तस्वीर: AP

किरगिस्तान के दक्षिणी शहर ओश में हिंसा के कारण मरने वालों की संख्या 100 से भी ज़्यादा हो गई है, लेकिन अनाधिकारिक सूत्रों के हिसाब से पांच दिन से जारी इस हिंसा में मरने वालों की संख्या 500 भी हो सकती है.

ओश में कई सौ भारतीय छात्र भी फंसे हुए हैं. रास्तों पर लाठी, चाकू, लोहे की छड़ों के साथ लोगों के झुंड खड़े बताए जाते हैं जो ढूंढ ढूंढ कर इलाक में रह रहे उज़्बेक मूल के किरगीज़ नागरिकों की गाड़ियों और उनके घरों को जला रहे थे.

Unruhen in Kirgisistan Flash-Galerie
तस्वीर: AP

किरगिस्तान की राजधानी बिश्केक में भारत के राजनयिकों का कहना है कि भारतीयों को इलाके से ले जाने के लिए विशेष हवाई जहाज़ की व्यवस्था की जा रही है. जैसे ही हालात इजाज़त देते हैं, भारतीयों को हवाई जहाज़ से सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया जाएगा. भारतीयों की सुरक्षा और सलामती के लिए हर संभव कोशिश की जाएगी. पीटीआई ने राजनयिक सूत्रों के हवाले से लिखा है कि बिश्केक में भारत के राजनयिक देश के दक्षिण में फंसे छात्रों के संपर्क में हैं. रविवार को 22 जून तक के लिए यहां आपात स्थिति और कर्फ्यू लागू कर दिया गया है. किरगीज़ स्वास्थ्य अधिकारियों ने मृतकों की संख्या 113 बताई है जबकि 1400 लोग घायल हुए हैं. ग़ैर सरकारी सूत्रों का कहना है कि मारे गए लोगों की संख्या कई सौ है.

किरगिस्तान की अंतरिम राष्ट्रपति रोज़ा ओतुनबायेवा ने भी मृतकों की संख्या ज़्यादा होने की आशंका जताई है. राष्ट्रपति ने हिंसा ग्रस्त इलाकों में उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए हैं.

रिपोर्टः पीटीआई आभा मोंढे

संपादनः राम यादव