एक जमाने में भारत के स्कूलों में शुद्धलेखन और सुंदर लेखन होता था. गर्मी की छुट्टियों में हर दिन एक पेज सुंदर अक्षरों पर लिखने पर जोर दिया जाता. लेकिन समय के साथ यह परंपरा खत्म सी हो गई. यूरोप में तो ये है ही नहीं. हालांकि कैलीग्राफी यानी तरह तरह से खूबसूरत लिखने की परंपरा कहीं कहीं है.