1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

क्यों हुआ एनटीपीसी में धमाका?

२ नवम्बर २०१७

उत्तर प्रदेश के रायबरेली में बिजलीघर में हुए धमाके की जांच सात दिन के भीतर पूरी करके रिपोर्ट देने का आदेश दिया गया है. बुधवार को यहां हुए एक धमाके में 26 लोगों की जान गई जबकि 100 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं.

https://p.dw.com/p/2msqw
Indien Explosion in Kohlekraftwerk in Uttar Pradesh
तस्वीर: picture-alliance/Deepti/PTI

कोयले से चलने वाले बिजली घर में हुआ हादसा हाल के वर्षों में भारत का सबसे बड़ा औद्योगिक हादसा है. इस हादसे में घायल हुए लोगों में कम से कम 20 की हालत बेहद नाजुक है, कई घायलों को राजधानी लखनऊ के अस्पतालों में भर्ती किया गया है.

Indien Explosion in Kohlekraftwerk in Uttar Pradesh
तस्वीर: Getty Images/AFP

रायबरेली के जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री ने बताया, "एक यूनिट की फ्लू गैस पाइप बंद होने की वजह से यह धमाका हुआ. धमाके के कारण निकली गर्म फ्लू गैसों और भाप ने कई लोगों को घायल कर दिया. इस घटना के मजिस्ट्रेट से जांच के आदेश दिये गये हैं. दो सदस्यों वाली तकनीकी टीम अपनी रिपोर्ट सात दिन के भीतर सौंपेगी." 

एनटीपीसी भारत में बिजली बनाने वाली शीर्ष कंपनी है और उसके संयंत्रों में इस तरह के किसी हादसे की बात बहुत कम ही सामने आती है. राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी आनंद कुमार ने एक बयान में कहा कि बॉयलर के नीचे लगे फर्नेस में राख जमा हो गयी थी जिसके कारण दबाव बढ़ गया और धमाका हुआ.

Indien Explosion in Kohlekraftwerk in Uttar Pradesh
तस्वीर: Getty Images/AFP

राज्य सरकार ने इस हादसे में मरने वालों के परिजनों को 2 लाख रुपये और गंभीर रुप से घायलों को 50 हजार रुपये और मामूली रूप से जख्मी लोगों को 25000 रुपये के मुआवजे का एलान किया है. यह प्लांट ऊंचाहार में है और नौ राज्यों को बिजली की सप्लाई करता है. हालांकि कंपनी का कहना है कि दूसरी यूनिटों से बिजली की आपूर्ति चालू है और मुमकिन है कि बिजली की सप्लाई पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा. 500 मेगावाट की जिस यूनिट में धमाका हुआ वह अप्रैल से चल रही थी और उसे हादसे के बाद बंद कर दिया गया है. बाकी की पांच यूनिटों में कामकाज सामान्य रूप से चल रहा है. एनटीपीसी का यह प्लांट 30 साल पुराना है और देश के बड़े बिजलीघरों में से एक है.

एनआर/आईबी (रॉयटर्स, डीपीए)