खेल खेल में जर्मन भाषा
तस्वीरों जैसी सशक्त भाषा और कोई नहीं. तभी तो तस्वीरें देख कर चीजों के नाम याद रखना आसान होता है. जर्मनी पहुंचे शरणार्थी बच्चों को भाषा सिखाने के लिए यही तरीका इस्तेमाल हो रहा है.
रोजमर्रा के शब्द
इनके नाम देखने और पढ़ने के साथ अगर आपसे इनमें अपने मनपसंद रंग भरने को भी कहा जाए तो खेल का मजा बढ़ जाता है. और खेल खेल में नाम भी याद हो जाते हैं.
खाने में क्या है?
तस्वीर में दिखाई दे रही खाने की सामग्री के नाम उनके साथ ही लिखे हैं. ये तस्वीरें ना सिर्फ बच्चों को खाने से जुड़े अहम शब्द सिखा रही हैं बल्कि भाषा सीखने में उनकी रुचि भी बढ़ा रही हैं.
अधिकारी या दोस्त
ये कुछ ऐसे लोग हैं जिनकी मदद की जरूरत हमें अक्सर पड़ जाती हैं. जैसे दमकल का अधिकारी या फिर पुलिस. इन्हें किस नाम से बुलाया जाए यह पता होना बेहद जरूरी है.
संकट के समय
संकट या इमरजेंसी की स्थिति ना आए यह सभी चाहते हैं, लेकिन बिन बुलाई परेशानी से निपटने के लिए जरूरी शब्द पता होने चाहिए. ये भी हो सकता है कि ये बच्चे बड़े होकर इनमें से कोई पेशा अपने लिए चुनना चाहें.
मरम्मत हो जाए
घर पर अक्सर चीजों के टूट फूट जाने पर जिन औजारों की जरूरत हो सकती है या फिर कंस्ट्रक्शन साइट पर जिस तरह के औजार इस्तेमाल होते हैं उनके नाम भी जरूरी हैं.
जंगल में मंगल
किस जानवर को पालतू बनाकर रखा जा सकता है और किसे नहीं, ये समझ बच्चों के लिए जरूरी है. खास कर जर्मनी में जहां कुत्तों और बिल्लियों से बहुत प्यार किया जाता है.
स्वच्छ और सुंदर वातावरण
अपने वातावरण को साफ सुथरा रखना जर्मनी के नागरिकों को बखूबी आता है, लेकिन जरूरी है कि ये बातें बाहर से आ रहे शरणार्थियों को भी सिखाई जाएं कि किस तरह का कूड़ा किस कूड़ेदान में फेंकना है.
मुझसे दोस्ती करोगे?
दोस्तों के बिना भी क्या बचपन. और जब तक दोस्ती करने के लिए शुरुआती जरूरी शब्द ना पता हों बात आगे कैसे बढ़ेगी? आखिर नई जगह नए दोस्त भी तो बनाने हैं.
शहर के रंग
जर्मनी में वाहनों, जानवरों, दुकानों और इंसानों सभी के लिए खास नियम हैं. शहर का चेहरा कैसा होता है और किन नियमों का पालन होता है, यह किसी भी शहर में रहने के लिए जरूरी ज्ञान है.
खेल खेल में पढ़ाई
इस तरह की सारी जानकारी बच्चों को एक ऑनलाइन कलरिंग बुक के जरिए दी जा रही है. तस्वीर में दिखाई दे रहा डायग्राम खुद इस ऑनलाइन कोर्स को शुरू करने वाली कोंसटांस फॉन कित्सिग ने तैयार किया है. इस तस्वीर पर पतलून, जैकेट, स्कर्ट जैसी चीजों के नाम लिखकर अभ्यास किया जा सकता है और फिर काटकर इन्ही कपड़ों को गुड़िया को पहनाया भी जा सकता है.