1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

खत्म हुई बच्चों की बर्थडे पार्टी

बारबरा वेजेल/एमजे२६ जनवरी २०१५

चुनाव विजेता सब कुछ चाहता है. पुराने कर्जों की माफी, नया कर्ज लेना, लेन देन पर नजर रखने वाली तिकड़ी को भगाना और यूरोजोन में बने रहना. बारबरा वेजेल का कहना है कि ये सब एक साथ नहीं हो सकता.

https://p.dw.com/p/1EQiy
Baustelle Griechenland
तस्वीर: DW/C. Laszczak

ग्रीस के संसदीय चुनाव में जीतने वाली सीरिजा पार्टी चुनाव के एक दिन बाद झुलसना नहीं चाहती. पार्टी के युवा नेता अलेक्सिस सिप्रास मंगलवार को अपनी नई सरकार पेश करेंगे और उसके बाद पैसा देने वाली लेकिन बदनाम तिकड़ी के साथ बातचीत का रास्ता साफ हो जाएगा. सिप्रास का घोषित लक्ष्य है ग्रीस को कर्ज के बोझ से मुक्त करना, बचत की शर्तें खत्म करना, वित्तीय निगरानी रखने वालों को देश से बाहर निकालना और यूरोपीय देशों से नए धन की मांग करना. अंतिम मांग को एकजुटता कहा जा रहा है. एक कार्यक्रम जिसका तात्पर्य है कि ढिठाई की जीत होती है.

यूरोजोन की चुनौतियां

एथेंस के नए शासकों और यूरो मुद्रा वाले देशों की बातचीत दिलचस्प होगी. और संभवतः मिकाडो खेल के सिद्धांत पर चलेगी, जो पहले हिला वह हारा. इसलिए ब्रसेल्स में यूरोपीय देशों के वित्तमंत्रियों ने फिलहाल शांति का परिचय दिया है, "पहले सरकार बनने और हमसे की जाने वाली मांगों का इंतजार करते हैं."

Barbara Wesel Porträt
तस्वीर: Georg Matthes

दोनों पक्षों ने इस बीच अपने दावे सामने रखने शुरू किए हैं. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने साफ साफ कहा है कि कर्ज माफ करने का सवाल ही नहीं उठता. यूरोपीय केंद्रीय बैंक की भी यही राय है. यूरोपीय आयोग और जर्मन सरकार की ओर से भी ऐसे ही संकेत आ रहे हैं. हालांकि आर्थिक क्षमता का 175 प्रतिशत कर्ज का भार इस समय ग्रीस की समस्या नहीं है, क्योंकि उसे इस समय कर्ज वापस नहीं करना पड़ रहा है. और 2.4 प्रतिशत की ब्याजदर भी जर्मनी से भी कम है. एथेंस को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष को भुगतान करना है और उसने अब तक कर्ज लेने वाले देशों की राजनीतिक धमकियों की परवाह नहीं की है.

सिप्रास का वादा

अलेक्सिस सिप्रास ने चुनाव में बहुत सारे वादे किए हैं. व्यापक समाज कल्याण कार्यक्रम जिसमें पुराने कदमों की वापसी भी शामिल है. यदि चुनाव प्रचार के दौरान होने वाले अतिरेक का हिस्सा निकाल दिया जाए तो भी बहुत सी पूरा न होने वाली इच्छाएं बची रहती हैं. यूरोपीय संघ नई सरकार के साथ रचनात्मक सहयोग की बात कर रहा है लेकिन जल्द ही वह समय आ जाएगा जब ईयू के वित्त मंत्री एथेंस को साफ कर देंगे कि बर्थडे पार्टी खत्म हो गई. ग्रीस को एक साथ प्ले स्टेशन, नयी साइकिल और मोबाइल का नया मॉडल तोहफे में नहीं मिलेगा.

और ब्रसेल्स में किसी को सिप्रास की पड़ोस के प्यारे दामाद वाली छवि से धोका खाने की जरूरत नहीं है. वे राजनीति के उस्ताद हैं, जिसने अबतक कोई आम नौकरी नहीं की है और जिसने पार्टी में आगे बढ़ते हुए सीमाहीन निष्ठुरता का परिचय दिया है. वे ऐसे राजनीतिज्ञ हैं जिसपर बहुत ज्यादा भरोसा नहीं किया जा सकता. इसका एक सबूत यह भी है कि वे उग्र दक्षिणपंथियों के साथ मिलकर सरकार बनाने की सोच रहे हैं. उन्हें इस बात की कोई चिंता नहीं कि स्वतंत्र ग्रीक लोगों की पार्टी अपनी नस्लवादी शरणार्थी विरोधी नीतियों के कारण समस्या बन सकती है.

भरोसे का इंतजार

बहुत से लोगों का मानना है कि एथेंस में जल्द ही आर्थिक विवेक की जीत होगी और समझौते की तैयारी वापस लौट आएगी. लेकिन इस पर भरोसा नहीं किया जाना चाहिए. जैसा लग रहा है अलेक्सिस सिप्रास पोकर के खिलाड़ी के रूप में और सख्ती दिखा सकते हैं जो भरोसे का अपने फायदे में इस्तेमाल करने के लिए तैयार हो. यूरो के देशों को इस बात के लिए तैयार रहना होगा कि संभवतः एक समय आएगा जब इस देश का नियमित दबाव सहने के बदले उसे बाहर निकालना अच्छा रहेगा.

लेकिन यह भविष्य की बात है. पहले तो यह देखना होगा कि ग्रीस की नई सरकार कर्ज की अंतिम किस्त की तारीख बढ़ाने के साथ कैसे पेश आती है जो आर्थिक प्रगति की ताजा जांच के साथ जुड़ा है. ग्रीस की सरकार को यूरोपीय संघ और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के साझा सहायता कोष से 7 अरब यूरो मिलने वाला है और उसे इसके लिए राजनीतिक कदम उठाने होंगे. उसके बाद ही हमें पता चलेगा कि हमें कैसी तैयारी करनी है.