'चीन से निपटने के लिए तैयार रहे अमेरिका'
२० दिसम्बर २०१०जापान के बाद अमेरिका में चीन की बढ़ती सैन्य ताकत बेचैनी पैदा करने लगी है. सोमवार को रिपब्लिकन सांसद मिच मैककोनेल ने कहा, ''हम अल कायदा को निष्क्रिय करने में लगे हुए. लेकिन हमें आने वाले दशकों में देश के सामने आने वाले खतरों के लिए भी योजना बनानी चाहिए. प्रशांत महासागर के क्षेत्र में चीन की बढ़ती आर्थिक और सैन्य ताकत के लिए लड़ाकू विमान और नौसेना की जरूरत पड़ेगी.''
मैककोनेल ने यह बात संसद के भीतर कही. अमेरिका में इस वक्त परमाणु हथियारों की संख्या घटाने की तैयारी चल रही है. वॉशिंगटन चाहता है कि रूस के नई स्टार्ट संधि के लिए परमाणु हथियार नियंत्रण करार में संसोधन किया जाए.
विपक्षी पार्टी इसका विरोध कर रही है. रिपब्लिकन सांसद ने दलील दी है कि एशियाई प्रशांत महासागर इलाके में चीन की बढ़ती ताकत को काबू में करने अमेरिका को अपना प्रभाव बढ़ाना होगा.
चीन की ताकत से जापान भी सहम गया है. जापान ने पिछले हफ्ते ही अपनी सुरक्षा नीति में बड़े बदलाव किए. शीत युद्ध के बाद जापान ने पहली बार अपनी सेना की ताकत बढ़ाने और उसका अत्याधुनिकरण करने की योजना बना चुका है. जापान खुलकर चीन की बढ़ती सैन्य शक्ति पर चिंता जता चुका है. वह अमेरिका से दोस्ती और मजबूत करना चाहता है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: आभा एम