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छह साल उम्र में दो फिल्मों का डायरेक्टर

१३ सितम्बर २०१०

छह साल की उम्र में बच्चे क्या करते हैं, रोते हुए स्कूल जाते हैं. मीठी चीजों के लिए जिद करते हैं और अपनी ही दुनिया में खोए रहते हैं. लेकिन केरल में एक ऐसा ही बच्चा दो फिल्मों को डायरेक्ट कर रहा है.

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तस्वीर: Luke Jaworski

छह साल का बिलहारी धार्मिक कट्टरता पर एक फिल्म बना चुका है. कुंजु बाशीरिंते स्वपनम पोल नाम की इस फिल्म की पटकथा भी इस बच्चे ने खुद ही लिखी. अभिनय की जिम्मेदारी कुछ बच्चों ने संभाली. फिल्म कई छोटे डॉनों से होती हुई कट्टर धार्मिक हिंसा की तरफ जाती है.

इसके अलावा बिलहारी मिजिथुराक्कु नाम से एक दूसरी फिल्म भी बना चुके हैं. यह फिल्म नशे के बढ़ते चलन और मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर है. फिल्म का विषय बेहद गंभीर है. कुंजु बाशीरिंते स्वपनम पोल 20 मिनट की फिल्म है जबकि मिजिथुराक्कु पौने घंटे की फिल्म है.

दोनों फिल्मों को अब तक कई लोग देख चुके हैं और बिलहारी की सहराना कर चुके हैं. उनके पिता आरएस उन्नीथान का कहना है कि बच्चे का मन अब स्कूल की पढ़ाई में नहीं लग रहा है. छुट्टियों में या खाली वक्त में वह थिएटरों और फिल्म संबंधी छोटे कोर्सों में दाखिले के लिए जिद कर रहा.

रिपोर्ट: पीटीआई/ओ सिंह

संपादन: ए कुमार

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