1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

जंजीरों में जकड़ा उत्तर कोरियाई सिनेमा

२२ दिसम्बर २०१४

सोनी की फिल्म "द इंटरव्यू" को लेकर विवाद में फंसे उत्तर कोरिया ने अपनी नापसंदगी जाहिर कर दी है कि उसे अपने प्यारे नेता की हत्या को लेकर बनी फिल्म कतई पसंद नहीं. लेकिन वहां अमेरिका विरोधी फिल्मों का लंबा इतिहास रहा है.

https://p.dw.com/p/1E8Xo
तस्वीर: Robyn Beck/AFP/Getty Images

उत्तरी कोरिया के फिल्म उद्योग के छह दशकों में दक्षिण कोरिया का एक अपहृत निदेशक और उसकी फिल्मस्टार पत्नी रही हैं, गोडजिला से प्रभावित फिल्म जो दक्षिण कोरिया में फ्लॉप हो गई और अमेरिका विरोधी फिल्मों में अमेरिका से भागने वाले किरदार. अमेरिका ने उत्तर कोरिया पर सोनी पिक्चर्स पर साइबर हमले और अमेरिका के सिनेमा हॉलों पर आतंकी हमले की धमकी देने का आरोप लगाया है. लेकिन उत्तर कोरिया ने साइबर हमले में अपनी भूमिका होने से इनकार किया है, लेकिन "सही कार्रवाई" की तारीफ की है. सोनी ने फिल्म का प्रदर्शन रोक दिया था.

प्योंगयांग ने 1950 के दशक में अपना फिल्म उद्योग बनाना शुरू किया जिसका लक्ष्य नए शासन का प्रोपेगैंडा करना और देश के संस्थापक नेता किम इल सुंग की भूमिका का महिमामंडन था. वे उत्तर कोरिया के वर्तमान शासक किम जोंग उन के दादा थे. किम प्रथम ने सिनेमा को आम लोगों को शिक्षित करने का सबसे महत्वपूर्ण औजार बताया था. तब से उत्तर कोरिया के फिल्मकार साइंस फिक्शन, एक्शन और रोमांटिक कॉमेडी बनाते आए हैं, लेकिन उनसे आम तौर पर अमेरिका और दक्षिण कोरिया के खिलाफ वैमनस्य को बढ़ावा देने और किम घराने को विदेशी साम्राज्यवादियों के खिलाफ निडर योद्धा दिखाने की अपेक्षा की जाती है.

USA New York The Interview Filmplakat 18.12.2014
द इंटरव्यू का पोस्टरतस्वीर: M. Thurston/AFP/Getty Images

दक्षिण कोरिया की तुलना में उत्तर कोरिया के फिल्म उद्योग का विकास धीमा रहा है. दुनिया में साम्यवादी कोरिया के अपेक्षाकृत अलग थलग होने के कारण उसके फिल्मकारों को विदेशी कलाकारों के साथ काम करने का शायद ही मौका मिलता है. "कॉमरेड किम गोज फ्लाइंग" इसका अपवाद था. 2012 में बनी यह रोमांटिक कॉमेडी के युवा खनिक की कहानी कहती है जो ट्रेपिज आर्टिस्ट बनने का सपना देखती है. यह फिल्म पश्चिमी सहयोगियों के साथ मिल कर प्रोड्यूस की गई थी.

1980 के दशक में उत्तर कोरिया का सिनेमा अपने चरम पर था. वर्तमान शासक के पिता किम जोंग इल फिल्म प्रेमी हुआ करते थे और उनकी वजह से फिल्मकारों की उदारता से फंडिंग होती थी. अपने यहां बनी फिल्मों के स्तर से नाराज किम ने 1978 में दक्षिण कोरिया के फिल्म निर्देशक शीन सांग ओक और उनकी फिल्मस्टार पत्नी चोई ईयून ही के अपहरण का आदेश दिया था. यह बात शीन ने 1986 में उत्तरी कोरिया से भागने के बाद बताई.

Nordkorea Kim Jong-un 20.12.2014
उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उनतस्वीर: Reuters/KCNA

शीन ने अपनी मनोरंजक फिल्मों से उत्तर कोरिया के फिल्म उद्योग को झकझोर दिया. वहां बनाई गई उनकी फिल्मों में 1984 की फिल्म "लव, लव, माई लव" भी शामिल थी जिसमें किसी उत्तर कोरियाई फिल्म में पहली बार चुंबन का दृश्य था. उसी साल रिलीज हुई उनकी फिल्म रनवे एक्शन फिल्म थी, जिसमें एक ट्रेन का विस्फोट दिखाया गया. 1985 में पूरी की गई साइंस फिक्शन फिल्म पुल्गसारी के पूरा होने के एक साल बाद शीन और चोई वियना के एक आधिकारिक दौरे के दौरान भागने में कामयाब रहे.

उत्तर कोरिया की फिल्मों में काफी समय से अमेरिकी किरदारों को विलेन दिखाया जाता रहा है. इन भूमिकाओं में कई बार मेकअप किए हुए उत्तर कोरियाई कलाकार होते हैं, लेकिन 1960 के दशक में अमेरिका से उत्तर कोरिया चले गए अमेरिकी भी हैं. दक्षिण कोरिया सरकार की वेबसाइट के अनुसार ऐसे चार अमेरिकियों ने 1979 से 1981 के दौरान बनी सिरीयल फिल्म नेमलेस हीरोज में पूंजीवादियों और कुटिल सैनिक अधिकारियों की भूमिका निभाई.

एमजे/एजेए (एपी)