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जर्मनी ने पुर्तगाल को तबाह किया

Anwar Jamal Ashraf१७ जून २०१४

फुटबॉल विश्व कप में जर्मनी अपना 100वां मैच खेल रहा था. ऐसी उपलब्धि, जो ब्राजील के नाम भी नहीं. मुलर की तिकड़ी और चार गोल की भारी भरकम जीत ने इस मैच को यादगार बना दिया.

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तस्वीर: picture-alliance/dpa

खेल शुरू होने के बाद कुछ समय तक तो लगा कि दोनों टीमें मुकाबले की हैं. एक दूसरे पर आक्रमण भी हुए लेकिन उसके बाद एक पेनाल्टी ने सारे समीकरण बिगाड़ दिए. 12वें मिनट में जर्मनी को मिली इस पेनाल्टी को थॉमस मुलर ने गोल में बदल दिया. दबाव और तनाव में भरी पुर्तगाल के बड़े खिलाड़ी पेपे इसके बाद विशाल गलती कर बैठे. थोड़ी बक झक के बीच उन्होंने मुलर का मुंह नोच लिया और एतराज किए जाने पर उनके पास गए और उनके सिर पर अपनी खोपड़ी टकरा दी.

रेफरी का हाथ उस जेब में चला गया, जो बहुत कम इस्तेमाल होता है. लाल रंग के कार्ड ने पेपे को बाहर भेज दिया और इस साल के सबसे बड़े फुटबॉल सितारे क्रिस्टियानो रोनाल्डो को अपाहिज कर दिया. पेपे को ग्राउंड से बाहर जाते देख रोनाल्डो के चेहरे पर कुछ ऐसे भाव उमड़े, जिन्हें बताना मुश्किल है. सामने जर्मनी की ताकतवर सेना और अपनी सेना का अनुभवी सिपाही बाहर. टीमों की बराबरी तो पहले भी नहीं थी लेकिन एक खिलाड़ी खोकर पुर्तगाल पंगु हो गया. फिर तो गोल पर गोल बरसने लगे. अगले कॉर्नर पर माट्स हुमेल्स के हेडर ने गेंद एक बार फिर पुर्तगाल की जाल में डाला और हाफ टाइम के पहले मुलर ने अपने खाते में एक गोल और जोड़ लिया.

Fußball WM 2014 - Deutschland Portugal
खुशी से झूमे जर्मन कोचतस्वीर: picture-alliance/dpa

खुद को 100 फीसदी फिट बताने वाले रोनाल्डो का जलवा नहीं चल रहा था. रॉकेट की रफ्तार गायब थी और पूरी टीम इधर उधर हो चली थी. टीम की नाकामी के बीच अपनी खोई हुई ऊर्जा को लेकर उन्होंने गेंद के साथ कुछ दौड़ जरूर लगाई लेकिन वह निरर्थक साबित हुई. दूसरे हाफ में तो गेंद पुर्तगाली हाफ में ही फुदकती रही. रोनाल्डो की टीम आखिर में जब जल्द वक्त पूरा होने की दुआ कर रहे होंगे, कुछ ऊटपटांग हरकतों के बीच मुलर की टांग से टकरा कर गेंद एक बार फिर जाले में फंस गई. स्कोर 4-0 हुआ. मुलर का निजी स्कोर 3 गोल और इस विश्व कप की पहली हैट ट्रिक.

मुलर ने पिछले वर्ल्ड कप में भी अच्छा प्रदर्शन किया था. पांच गोल के साथ वह सबसे ज्यादा गोल स्कोर करने वाले फुटबॉलर बने थे. इस बार के पहले ही मैच में चमकने के बाद उनका खुश होना लाजिमी था, "इस तरह के मैच में तीन गोल करना बहुत शानदार है. ऐसा हर रोज नहीं होता."

इसके बाद वर्ल्ड कप का पहला बेनतीजा मैच खेला गया. ग्रुप एफ के इस मुकाबले में ईरान और नाइजीरिया के बीच हुए मैच में कोई भी टीम गोल नहीं कर पाई. दिन का तीसरा और आखिरी मैच अमेरिका और घाना के बीच खेला गया, जिसमें अमेरिका के कप्तान क्लिंट डेंपसी ने पहले मिनट में ही गोल ठोक दिया. घाना को एक मजबूत फुटबॉल टीम माना जाता है. उसने मैच खत्म होने से पहले बराबरी का गोल जरूर किया लेकिन आखिरी लम्हों में अमेरिका ने एक और गोल बना कर नतीजा 2-1 पर खत्म किया.

एजेए/एमजे (डीपीए, एएफपी, एपी)