1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

झारखंडः मुख्यमंत्री शिबू सोरेन ने दिया इस्तीफा

३१ मई २०१०

विधानसभा में बहुमत साबित करने के एक दिन पहले रविवार को झारखंड के मुख्यमंत्री शिबू सोरेन ने आखिरकार इस्तीफा दे दिया. कांग्रेस और जेवीएमपी ने अपनी रणनीति साफ नहीं की है वे कल बहुमत प्रस्ताव के दौरान ही फैसला लेंगे.

https://p.dw.com/p/NdLi
तस्वीर: AP

सोरेन ने राज्यपाल एमओएच फारुक से मिलकर उन्हें अपना त्यागपत्र सौंप दिया. राज्यपाल ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है लेकिन जब तक नई सरकार नहीं बन जाती उन्हें कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहने को कहा है.

उप मुख्यमंत्री सुदेश महतो ने जानकारी दी, "हमने सभी पार्टियों से अपील की थी कि वे सोरेन सरकार का राज्य के फायदे के लिए और राष्ट्रपति शासन नहीं लगने देने के लिए समर्थन करें. लेकिन आज रात तक कोई सामने नहीं आया."

महतो ने कहा, "हमें पता पड़ा कि कल सभी पार्टियों ने सरकार के विरोध में मत देने का फैसला किया है."

जेएमएम की सहयोगी पार्टी एजेएसयू के नेता महतो ने कहा कि इन हालात के मद्देनज़र दोनों पार्टियों ने बातचीत की और तय किया कि मुख्यमंत्री को नैतिक आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए.

जेएमएम के 18 सासंद हैं और उसे 42 और सदस्यों के समर्थन की ज़रूरत है ताकि वे 82 सदस्यों वाली विधानसभा में बहुमत साबित कर सकें. सरकार को 25 सांसदों का समर्थन है.

बीजेपी और जेडीयू ने झारखंड सरकार से समर्थन वापिस ले लिया था जिसके बाद सरकार अल्पमत में आ गई थी. समर्थन वापिस लेने का कारण सोरेन का केंद्र सरकार को कटौती प्रस्ताव पर समर्थन देना था. कांग्रेस और जेवीएमपी ने अंत तक अपनी रणनीति साफ नहीं की.

सोरेन के पास बहुमत साबित करने के लिए 31 मई तक का समय था और सोमवार को संसद में शक्ति परीक्षण होना था लेकिन सोरेन ने स्थिती को देखते हुए रविवार शाम इस्तीफा राज्यपाल को दे दिया.

रिपोर्टः एजेंसियां/ आभा मोंढे

संपादनः ओ सिंह