डेक्कन हारा, फ़ाइनल: मुंबई बनाम चेन्नई
२३ अप्रैल २०१०चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी चुनी लेकिन टीम 20 ओवर में सिर्फ़ 142 रन ही बना सकी. टी-20 के लिहाज़ से स्कोर बेहद मामूली था, लेकिन डेक्कन के बल्लेबाज़ न इतने रन बना पाए और न ही 20 ओवर तक टिक पाए.
मैच शुरू होते ही विकटों को पतझड़ लग गया और अंत तक जारी रहा. पहले बल्लेबाज़ी करने उतरी चेन्नई के सलामी बल्लेबाज़ मैथ्यू हेडेन आठ और मुरली विजय 15 रन जोड़ सके. पांचवें ओवर के अंत तक सुरेश रैना भी पैवेलियन लौट गए, वह सिर्फ़ दो रन बना सके.
तब चेन्नई की पारी मंझधार में फंसी थी लेकिन ऐन वक्त पर कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और बद्रीनाथ का बल्ला चला. दोनों के बीच चौथे विकेट के लिए 52 रन की साझेदारी हुई और टीम का स्कोर 81 तक पहुंचा. धोनी के 30 रन पर आउट होने के बाद युवा बल्लेबाज़ श्रीकांत अनिरुद्ध ने फटाफट 15 गेंदों में 24 रन जोड़े लेकिन विकेट गिरते रहे. 20 ओवर में सात विकेट खोकर चेन्नई ने 142 रन बनाए.
लक्ष्य का पीछा करने उतरी चार्जर्स की जीत पक्की लग रही थी लेकिन बोलिंगर की बोलिंग ने पूरे मैच का जादू चुरा लिया. उन्होंने गिलक्रिस्ट जैसे बल्लेबाज़ को बांध दिया. आईपीएल-3 में यह पहला मौक़ा रहा जब गिलक्रिस्ट ने ज़्यादा गेंदें खेली और कम रन बनाए. गिली 20 गेंदों पर 15 रन बनाकर आउट हुए.
पांचवें ओवर में ही दूसरा विकेट सुमन के रूप में गिरा. वह भी बोलिंगर का शिकार बने. इसके बाद गिब्स, रोहित शर्मा, मोनिष मिश्रा और पुछल्ले मैदान पर आते और फिर जाते रहे. हरफ़नमौला एंड्र्यू साइंमड्स ने थोड़ा संघर्ष किया, लेकिन 23 के स्कोर पर रविचंद्रन अश्विन का निशाना बने.
इस तरह डेक्कन की पूरी टीम 19.2 ओवर में 104 के स्कोर पर सिमट गई और चेन्नई ने फ़ाइनल में दस्तक दी. फ़ाइनल में चेन्नई का सामना अब सचिन तेंदुलकर की सेना मुंबई इंडियंस से होगा. डेक्कन और बैंगलोर के बीच तीसरे स्थान के लिए शुक्रवार को मैच खेला जाएगा.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: उज्ज्वल भट्टाचार्य