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डोपिंग में पकड़ी गईं 100 मीटर की विजेता

११ अक्टूबर २०१०

दिल्ली कॉमनवेल्थ खेलों की 100 मीटर फर्राटा दौड़ की चैंपियन ओसायेमी ओलुडामोला को डोपिंग टेस्ट में पॉजिटिव पाया गया है. गेम्स फेडरेशन के प्रमुख माइक फेनेल ने बताया कि ओलुडामोला को प्रतिबंधित दवा लेने का दोषी पाया गया है.

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तस्वीर: UNI

ओलुडामोला के जांच नमूने में मिथाइलहेक्सेनामाइन नाम का पदार्थ पाया गया है. अब उन्होंने अपने बी सैंपल की जांच की अर्जी दी है. फेनेल ने बताया कि जब तक बी सैंपल की जांच के नतीजे नहीं आ जाते तब तक 24 साल की धावक को सस्पेंड माना जाएगा और उनका मेडल भी रोक लिया जाएगा. बी सैंपल की जांच सोमवार को की जाएगी.

फेनेल ने कहा, "प्रतियोगिता चाहे बड़ी हो या छोटी, डोपिंग में पॉजिटिव पाया जाना बहुत दुखद है. हम लोग साफ सुथरे खेलों और साफ सुथरे मुकाबले के लिए काम कर रहे हैं."

नाइजीरिया की ओलुडामोला को गोल्ड मेडल बहुत ही नाटकीय तरीके से मिला. रेस में पहले नंबर पर ऑस्ट्रेलिया की सैली पियरसन रही थीं. लेकिन गुरुवार को हुई इस रेस के बाद पियरसन को डिस्क्वॉलिफाइ कर दिया गया क्योंकि टीवी फुटेज से पता चला कि उन्होंने गलत शुरुआत की थी. इसके बाद पियरसन की जगह ओलुडामोला को मेडल दिया गया. अब अगर उनका बी सैंपल भी पॉजिटिव पाया जाता है तो यह गोल्ड मेडल तीसरे नंबर पर रेस खत्म करने वालीं नताशा मायर को दे दिया जाएगा.

इस खबर पर ओलुडामोला काफी निराश हैं. नाइजीरियाई टीम के प्रमुख एलियास उस्मान गोरा ने कहा, "मैं बहुत ज्यादा निराश और सदमे में हूं. हम अपने खिलाड़ियों को यहां सही खेल भावना से मुकाबला करने के लिए लेकर आए हैं. अगर दूसरे टेस्ट की जांच भी पॉजिटिव पाई जाती है तो यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण बात होगी."

गोरा ने कहा कि ओलुडामोला एक अच्छी एथलीट हैं और डोपिंग को लेकर उनके बारे में कभी इस तरह की बात नहीं हुई, इसलिए कहा नहीं जा सकता कि क्या हुआ होगा.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः उज्ज्वल भट्टाचार्य

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