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तस्लीमा का वीजा एक साल के लिए बढ़ा

१३ अगस्त २०१०

भारत सरकार ने विवादित बांग्लादेशी लेखिका तस्लीमा नसरीन का वीजा एक साल के लिए बढ़ा दिया है. पहले भारत ने तस्लीमा को देश छोड़ कर जाने के लिए कहा था. वीजा अगस्त महीने से एक साल के लिए बढ़ाया गया है.

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तस्लीमा को सजा लिखने कीतस्वीर: dpa

डॉक्टर से लेखिका बनीं 47 साल की तस्लीमा को भारत ने कहा था कि वह भारत में रहने के लिए बाहर से दोबारा अर्जी दें. लेकिन अब अपना इरादा बदलते हुए सरकार ने तस्लीमा को एक साल और देश में रहने की इजाजत दे दी है. सूत्रों ने बताया कि उनका वीजा 16 अगस्त को खत्म हो रहा था. तस्लीमा भारत में स्थायी निवास की इजाजत पाने की कोशिश कर रही हैं. हालांकि उनकी स्थायी निवास की अर्जी सालों से अधर में लटकी हुई है.

तस्लीमा के पास स्वीडन का पासपोर्ट है. उन्होंने 2005 में 'अन्य' श्रेणी के तहत भारत का वीजा मांगा था. उसके बाद शुरू में इसे एक साल के लिए और फिर छह महीने के लिए बढ़ाया गया. 'अन्य' श्रेणी के तहत वीजा को पांच साल से ज्यादा के लिए नहीं बढ़ाया जा सकता. इसी आधार पर भारत सरकार ने तस्लीमा का वीजा न बढ़ाने की बात कही. लेकिन भारत और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लेखक समुदाय ने भारत सरकार से अपील की कि तस्लीमा के मामले को विशेष माना जाए और उनके वीजा को बढ़ा दिया जाए.

मूल रूप से बांग्लादेश की रहने वालीं तस्लीमा के खिलाफ उनके अपने देश में कई फतवे जारी किए गए हैं. उनकी विवादास्पद किताबों पर वहां लोग नाराज हैं और मानते हैं कि उन्होंने अपने लेखन के जरिए धर्म का अपमान किया है.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः एस गौड़

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