तेल रिसाव रोकने के लिए बीपी का ब्रह्मास्त्र 'टॉप किल'
२६ मई २०१०मैक्सिको की खाड़ी में अमेरिकी ऑयल प्लेटफॉर्म चलाने वाली ब्रिटिश कंपनी बीपी ने कई जहाजों में हजारों टन मिट्टी और सीमेंट मंगवा लिया है. बीपी की अनुसंधान और उत्पादन ईकाई के उपाध्यक्ष केंट वेल्स का कहना है कि रिसाव वाली जगह को मिट्टी और गारे के मिश्रण से भर दिया जाएगा. रिसाव वाली जगह के ठीक ऊपर खड़े जहाजों से 1600 मीटर लंबी पाइप समंदर में डाली जाएगी.
पाइप को ठीक रिसाव वाली जगह पर बैठाया जाएगा. फिर जहाज से पाइप के जरिए 17 लाख 50 हजार लीटर मिट्टी का गारा संमदर में भरा जाएगा. वेल्स के मुताबिक इस प्रक्रिया के दौरान हर मिनट अंटलांटिक सागर में 7,950 लीटर गारा भरा जाएगा. तीन अन्य जहाजों के जरिए पर्याप्त मात्रा में मिट्टी और सीमेंट लाया गया है. इस दौरान वाल्व का सहारा लिया जाएगा ताकि गहरे पानी के दवाब से गारा ऊपर की तरफ वापस न लौटे.
आए दिन अमेरिकी सरकार की डांट सुन रही बीपी को उम्मीद है कि 'टॉप किल' के जरिए पहले रिसाव बंद होगा और फिर उसे हमेशा के लिए दफना दिया जाएगा. कंपनी को उम्मीद है कि बुधवार को पाइप और वाल्व ठीक जगह बैंठेगें और हॉइड्रॉलिक प्रेशर के जरिए फटाफट मिट्टी के गारे से रिसाव बंद किया जा सकेगा. बीपी का कहना है कि पूरी प्रक्रिया में आधा दिन या फिर दो दिन भी लग सकते हैं. अधिकारियों का कहना है कि अगर टॉप किल भी काम न आया तो उनके पास अन्य विकल्प हैं.
मैक्सिको की खाड़ी में बने अमेरिकी ऑयल प्लेटफॉर्म में पिछले महीने 20 अप्रैल को धमाके के बाद आग लग गई. हादसे में 11 कर्मचारी मारे गए. दो दिन बाद प्लेटफॉर्म पूरी तरह ढह गया. तब से लगातार समंदर के भीतर डेढ़ किलोमीटर की गहराई से लगातार लाखों लीटर कच्चा तेल रिस रहा है. महीने भर से रिस रहा तेल सैकड़ों किलमोटर दूर अमेरिका के लुइसियाना प्रांत तक पहुंच गया. वहां सभी बीच बंद कर दिए हैं. पर्यावरण और जीव जंन्तुओं पर इस आपदा की खासी मार पड़ रही है. अमेरिकी सरकार ने बीपी से कहा है कि वह तेल रिसाव को साफ करने आए ख़र्च को चुकाए. कंपनी के खिलाफ लुइसियाना में कुछ मुकदमें भी दर्ज हुए हैं.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: एस गौड़