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थाइलैंड में विपक्षी टीवी स्टेशन फिर चालू

९ अप्रैल २०१०

थाइलैंड में सरकार विरोधी प्रदर्शनों की शुरुआत के बाद पहली बार सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों को तितरबितर करने के लिए आंसूगैस और पानी की बौछार छोड़ी तो प्रदर्शनकारियो ने सरकार द्वारा बंद टेलिविज़न स्टेशन को चालू कराया.

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रेड शर्ट प्रदर्शनकारीतस्वीर: AP

सरकार के साथ सत्ता संघर्ष में विपक्ष को पहली आंशिक जीत हासिल हुई है. शुक्रवार को हज़ारों प्रदर्शनकारियों ने सरकार द्वारा बंद किए गए विपक्षी टेलिविज़न स्टेशन पर धावा बोल कर उसे फिर से चालू करा दिया. बैंकाक में आपत स्थिति के लागू होने के तीन दिन बाद पहली बार सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़पें हुईं. सुरक्षा बलों ने बाड़ लांघकर टेलिविज़न स्टेशन में घुसने वाले प्रदर्शनकारियों को तितर बितर करने के लिए आंसू गैस छोड़ी और पानी की बौछार की.

Demonstrationen in Thailand
पुलिस कार्रवाई में घायल एक प्रदर्शनकारीतस्वीर: AP

प्रदर्शनकारियों के नेता नारा लगा रहे थे, "हमें हमारा टेलिविज़न स्टेशन वापस चाहिए." प्रदर्शनकारियों के परिसर में घुसने के बाद अधिकांश सैनिक बाहर निकल गए और कुछ घंटों तक टेलिविज़न स्टेशन को भूतपूर्व प्रधानमंत्री थकसिन चिनावट के समर्थकों के हाथों छोड़ दिया. प्रदर्शनकारियों ने सैनिकों से उनके हथियार, डंडे,बैटन और आंसू गैस के गोले ले लिए और उसे पत्रकारों को दिखाया.पुलिस और प्रदर्शनकारियों के नेताओं के बीच समझौते के बाद सरकार द्वारा बंद किए गए टेलिविज़न स्टेशन पीपल्स चैनल ने फिर से काम करना शुरू कर दिया है.

इस समझौते के बाद रेड शर्ट प्रदर्शनकारी तितर बितर हो गए. लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि क्या पीपल्स चैनल अपना प्रसारण जारी रख सकेगा. उसे यह कर बंद कर दिया गया था कि वह गलत सूचनाएं फैला रहा है. सरकार के प्रवक्ता पनितन वतनायागोर्न ने कहा है, "यदि वे फिर से ग़लत सूचनाएं देते हैं तो हमें फिर से कार्यवाही करनी होगी."

विपक्षी प्रदर्शनकारी 27 दिनों से प्रधानमंत्री अभिसित वेज्जाजीवा की सरकार के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे हैं और नए चुनावों की मांग कर रहे हैं. अभिसित ने फौरन चुनाव कराने की विपक्षी मांगे ठुकरा दी हैं और दिसम्बर में चुनाव कराने की पेशकश की है. प्रमुख सेनाधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों के ख़िलाफ़ बल प्रयोग करने से मना कर दिया है. सेना के प्रवक्ता सुनसैर्न कैवकुमनैर्ड ने कहा है कि "सेना कानून का निर्णायक प्रतिनिधित्व करेगी." सुरक्षा के लिए अतिरिक्त 33000 सैनिकों को बैंकाक के इलाके में तैनात किया गया है. बैंकाक में तैनात सैनिको की संख्या 80 हज़ार है. पुलिस सूत्रों के अनुसार लगभग 60 हज़ार लोग प्रदर्शन में भाग ले रहे हैं.

रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा

संपादन: उज्ज्वल भट्टाचार्य