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निकाला दिमाग से तीर

१७ जनवरी २०११

कोलकाता में डॉक्टरों ने एक अनोखा ऑपरेशन कर निकाला लड़की के दिमाग से तीर. जान तो बच गई, लेकिन चली गई एक आंख की रोशनी. दुनिया में इस तरह के कुछ ही ऑपरेशन हुआ हैं.

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तस्वीर: Dw-TV

त्रिपुरा में डॉक्टरों ने एक लड़की के दिमाग से तीर निकाल कर उसकी जान बचा ली है. 18 साल की इतु रानी जमातिया त्रिपुरा के बिशरमगंज की रहने वाली है, जो अगरतला के करीब एक आदिवासी इलाका है. 6 जनवरी को इतु के भाई ने पंछी मारने के लिए तीर चलाया जो गलती से इतु को जा लगा. 28 सेंटीमीटर लम्बा और 4 मिलीमीटर चौड़ा तीर सीधे इतु की आंख में घुस गया. अगले दिन उसे कोलकाता के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां 11 जनवरी को डॉक्टरों की एक टीम ने ऑपरेशन कर तीर को बाहर निकाला.

इस टीम का नेतृत्व कर रहे डॉक्टर आशीष कुमार भट्टाचार्य ने बताया, "करीब 19 सेंटीमीटर तक तीर उसकी आंख में घुस गया था और उसके दिमाग तक जा पहुंचा था." भट्टाचार्य कोलकाता में नेशनल न्यूरो साइंसेज सेंटर के निदेशक हैं. इस खास ऑपरेशन के बारे में उन्होंने बताया, "यह एक बहुत ही असामान्य ऑपरेशन है. आज तक पूरी दुनिया में इस तरह के केवल छह ऑपरेशन हुए हैं, जिन में से दो हमारे देश में हुए हैं."

इतु को जल्द ही अस्पताल से छुट्टी मिल जाएगी, लेकिन वह बाईं आंख से देख नहीं पाएगी. कल त्रिपुरा के मुख्यमंत्री मानिक सरकार इतु से मिलने आए और अपनी शुभकामनाएं दीं.

रिपोर्ट: एजंसियां/ईशा भाटिया

संपादन: ए जमाल

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