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नेपाल में भारतीय राजदूत पर जूता और पत्थर

Priya Esselborn२४ अक्टूबर २०१०

उत्तरी नेपाल में भारतीय राजदूत की कार पर पत्थर फेंके गए, भारतीय अधिकायों पर जूता भी फेंका गया. घटना को गंभीरता से लेते हुए भारत ने नेपाल से मामले की जांच करने को कहा है. नई दिल्ली ने कहा, दोषियों को सजा दे नेपाल.

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तस्वीर: AP

उत्तरी नेपाल के पहाड़ी इलाके की यात्रा के दौरान भारतीय राजदूत राकेश सूद की कार पर पत्थर मारे गए. भारतीय राजदूत के खिलाफ माओवादियों ने विरोध प्रदर्शन भी किए. उन्हें काले झंडे दिखाए गए. ऐसी भी रिपोर्टें हैं कि एक प्रदर्शनकारी ने भारतीय अधिकारियों पर जूता फेंका.

ये प्रदर्शन छह अक्टूबर को सोलुकुंबु में हुए. भारतीय राजदूत वहां एक पेयजल परियोजना का उद्घाटन करने गए थे. लेकिन फापलु एयरपोर्ट पर उतरते ही उन्हें विरोध प्रदर्शन का सामना करना पड़ा. केंद्रीय माओवादी नेता गोपाल किराती की अगुवाई में प्रदर्शनकारियों ने भारत विरोधी नारे भी लगाए.

घटना पर भारत ने गहरी नाराजगी जताई है. शनिवार को नई दिल्ली में तैनात नेपाल के राजदूत को कूटनीतिक संदेश दिया गया. सूत्रों के मुताबिक भारतीय विदेश मंत्रालय ने नेपाल से कह दिया कि सोलुकुंब घटना की जांच होनी चाहिए. भारतीय विदेश मंत्रालय ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया और दोषियों को सजा देने की मांग की है.

भारत नेपाली माओवादियों पर दोनों देशों के रिश्तों में खटास डालने की कोशिश करने का आरोप लगाता रहा है. वहीं माओवादियों का आरोप है कि भारत नेपाल के अंदरूनी मामलों में दखल दे रहा है. माओवादी नेता आरोप लगाते है कि नेपाल में चीन की बढ़ती गतिविधियों को देखते हुए अब भारत को भी नेपाल के विकास की सुध आ रही है.

रिपोर्ट: पीटीआई/ओ सिंह

संपादन: एमजी

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