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पाकिस्तान: तालिबान ने ली हमले की जिम्मेदारी

२० जनवरी २०१६

पाकिस्तान की बाचा खान यूनिवर्सिटी पर हुए हमले की जिम्मेदारी तालिबान ने ली है. तालिबान के प्रवक्ता उमर मंसूर ने कहा है कि सुरक्षाबलों द्वारा आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन चलाए जाने का बदला लिया गया है.

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Pakistan
तस्वीर: Reuters/F. Aziz

पाकिस्तान की बाचा खान यूनिवर्सिटी में आतंकियों के खिलाफ घंटों तक चली सैन्य कार्रवाई पूरी हो गयी है. सेना ने चारों आतंकवादियों को मार गिराया है. इस आतंकी हमले ने एक बार फिर पेशावर स्कूल हमले की याद ताजा कर दी. 16 दिसंबर 2014 को पेशावर के करीब स्थित आर्मी स्कूल में तालिबान ने हमला किया था जिसमें 134 बच्चों की जान गयी थी.

बाचा खान यूनिवर्सिटी से आई अब तक की जानकारी के अनुसार हमले में 21 लोग मारे गए हैं. इनमें छात्रों के अलावा सुरक्षाकर्मी, पुलिसकर्मी और एक प्रोफेसर भी शामिल हैं. ताजा रिपोर्टों के अनुसार घंटों तक चली गोलीबारी अब खत्म हो चुकी है और पुलिस कैम्पस में क्लासरूम और हॉस्टल को खाली करा रही है. पुलिस के अनुसार मरने वालों की संख्या 40 तक हो सकती है. आतंकियों ने पुरुष छात्रों को निशाना बनाया. बाहर आए एक स्टूडेंट ने बताया कि हमलावर छात्रों के सिर में गोली मार रहे थे. हमले के दौरान दो बार विस्फोट भी सुने गए.

पुलिस का कहना है कि धुंध का सहारा ले कर आतंकी यूनिवर्सिटी की दीवार फांद कर अंदर आए और क्लासरूम में घुस कर गोलीबारी करने लगे. यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर फजल रहीम के अनुसार जिस वक्त हमला हुआ अंदर 3,000 स्टूडेंट मौजूद थे. इनके अलावा 600 मेहमान भी, जो खान अब्दुल गफ्फार खान की बरसी पर मुशायरे में हिस्सा लेने आए थे.

बाचा खान यूनिवर्सिटी पाकिस्तान के चारसद्दा शहर में स्थित है, जो कि खैबर पखतूनख्वाह प्रांत में आता है. देश के उत्तर पश्चिम का यह इलाका पिछले कुछ सालों से कई आतंकवादी गतिविधियों का शिकार रहा है. पेशावर इस जिले का सबसे बड़ा शहर है. यह यूनिवर्सिटी पेशावर से महज 50 किलोमीटर की दूरी पर है. इसके अलावा एबटाबाद, जहां अल कायदा के सरगना ओसामा बिन लादेन को अमेरिका ने मार गिराया था, वह भी खैबर पखतूनख्वाह में ही है.

पाकिस्तान सरकार खैबर पखतूनख्वाह को देश का सबसे सांस्कृतिक रूप से समृद्ध इलाका मानती है लेकिन अफगानिस्तान सीमा के करीब होने के कारण यहां तालिबान का दबदबा रहा है. हालांकि जून 2014 में सरकार द्वारा आतंकियों के खिलाफ चलाए गए अभियान के कारण पिछले साल यहां हिंसा में कमी दर्ज की गयी.

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने हमले की निंदा करते हुए कहा है कि हमला करने वाला किसी धर्म से नाता नहीं रख सकता. एक बयान जारी कर उन्होंने कहा कि वे देश से आतंकवाद का सफाया करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.

आईबी/एमजे (डीपीए, रॉयटर्स)