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पाक खिलाड़ियों पर फैसला जनवरी में

१२ नवम्बर २०१०

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने तीन सदस्यों का एक एंटी करप्शन ट्राइब्यूनल बनाया है जो जनवरी में पाकिस्तानी खिलाड़ियों के स्पॉट फिक्सिंग में शामिल होने के मामले की सुनवाई करेगा.

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तस्वीर: AP

पाकिस्तान के पूर्व टेस्ट कप्तान सलमान बट और तेज गेंदबाजों मोहम्मद आसिफ और मोहम्मद आमेर पर अगस्त महीने में इंग्लैंड के खिलाफ एक टेस्ट मैच के दौरान स्पॉट फिक्सिंग में शामिल होने के आरोप लगे थे. ये तीनों खिलाड़ी तभी से निलंबित हैं.

इस बारे में आईसीसी की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया, "काउंसिल इस बात की पुष्टि करती है कि माइकल बेलोफ एंटी करप्शन ट्राइब्यूनल के अध्यक्ष होंगे जो पाकिस्तानी खिलाड़ियों द्वारा आईसीसी के कोड को तोड़ने के मामले की सुनवाई करेगा."

इस ट्राइब्यूनल में दक्षिण अफ्रीका के जस्टिस आल्बी साख्स और केन्या के शरद राव भी शामिल किए गए हैं. इस बात पर भी सहमति बन गई है कि पूरी सुनवाई दोहा में 6 से 11 जनवरी के बीच होगी. सुनवाई को दुबई से दोहा इसलिए स्थानांतरित किया गया क्योंकि आसिफ पर संयुक्त अरब अमीरात में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा हुआ है. वह 2008 में वहां नशीले पदार्थों के साथ पकड़े गए थे.

सलमान और आमेर ने आईसीसी पर आरोप लगाया था कि उनके मामले में जानबूझकर फैसले में देरी की जा रही है. हालांकि आईसीसी ने इन आरोपों को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि खिलाड़ी केस का अविलंब समाधान चाहते थे.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः ए कुमार

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