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पाक मस्जिद धमाके में 61 लोगों की मौत

६ नवम्बर २०१०

पाकिस्तान में एक मस्जिद में हुए आत्मघाती बम धमाके में मरने वालों की संख्या 61 हो गई है. फिदायीन ने जुमे की नमाज अता करने आए लोगों को निशाना बनाया. धमाके में मस्जिद तहस नहस हो गई.

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तस्वीर: AP

इस विनाशकारी धमाके के कुछ ही देर बाद पास की एक मस्जिद में हथगोला फेंका गया जिसने चार लोगों की जान ले ली. धमाके में दर्जनों लोग घायल हुए हैं और अधिकारियों का कहना है कि मरने वालों की तादाद बढ़ सकती है.

पहला धमाका इस्लामाबाद से करीब 140 किलोमीटर दूर दारा अदम खेल क्षेत्र के अखूरवाल गांव में हुआ. धमाका इतना जोरदार था कि मस्जिद की सिर्फ एक दीवार ही बची. बाकी सब मलबे में तब्दील हो गया. इसके आसपास बसे घरों को भी नुकसान पहुंचा. इन्हीं घरों में सरकार समर्थक स्थानीय मिलिशिया के नेता वली मोहम्मद का घर भी है. वली मोहम्मद स्थानीय तालिबान के साथ लड़ते रहे हैं. हालांकि तालिबान ने इस धमाके की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन स्थानीय लोगों का मानना है यह काम तालिबान का ही है क्योंकि वे वली मोहम्मद के मिलिशिया से दुश्मनी निकालना चाहते हैं.

धमाके के एक चश्मदीद ने बताया कि फिदायीन मस्जिद में पहुंचकर अल्लाहू अकबर चिल्लाया और फिर उसने खुद को उड़ा दिया. 30 साल के दिलावर गुल कहते हैं कि जब वह नमाज पढ़ने आए लोगों का दिया दान जमा कर रहे थे, तब उन्होंने धमाके की आवाज सुनी. वह कहते हैं, "इस आवाज के साथ ही धमाके ने मुझे उठाकर दूसरी तरफ फेंक दिया. वहां छत नहीं गिरी इसलिए किस्मत से मैं बच गया."

स्थानीय अधिकारी गुल जमाल खान ने बताया कि 61 शव बरामद हुए हैं जबकि 104 घायलों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.

अमेरिका ने इस धमाके की आलोचना करते हुए कहा कि पूजाघरों में मासूम लोगों को बेरहमी से निशाना बनाया जा रहा है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मार्क टोनर ने कहा, "इस धमाके के लिए जो भी जिम्मेदार रहा हो जाहिर कि पाकिस्तानी लोगों और उनके धर्म के प्रति उसके मन में कोई सम्मान नहीं है." उन्होंने कहा कि अमेरिका इस हिंसक आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के लिए पाकिस्तान सरकार के साथ मिलकर काम करता रहेगा.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः ए कुमार

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