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पुतिन विरोधी की रहस्यमय मौत

२५ मार्च २०१३

अपनी मर्जी से रूस से बाहर रह रहे एक रईस की ब्रिटेन में रहस्यमय हालात में मौत हो गई. 67 साल के बोरिस बेरेजोवस्की दक्षिण पूर्वी इंग्लैंड में रविवार को मृत पाए गए. केजीबी के जासूस की पहले भी इंग्लैंड में मौत हुई थी.

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तस्वीर: REUTERS

कभी क्रेमलिन से बहुत अच्छे रिश्ते रखने वाले बेरेजोव्स्की ने हाल के दिनों में खुल कर पुतिन के खिलाफ जबानी हमला किया था. टेम्स वैली पुलिस का कहना है कि अभी इस बात का पता नहीं लग पा रहा है कि उनकी मौत कैसे हुई है.

पुलिस ने खुल कर बेरेजोव्स्की का नाम नहीं लिया, बल्कि कहा कि वे लंदन से 40 किलोमीटर दूर एस्कॉट में एक 67 साल के व्यक्ति की मौत की तहकीकात कर रहे हैं. वकील एलेक्जेंडर डोबरोविंस्की ने रूसी सरकारी टेलीविजन चैनल को कहा कि उनके मुवक्किल पर पहले भी जानलेवा हमले हो चुके हैं और वह बेहद खराब भावनात्मक स्थिति में थे.

वकील का कहना है, "उनके पास सिर्फ कर्ज बचा था. वह अपनी बची खुची पेंटिंग भी बेच रहे थे." गणितज्ञ से मर्सिडीज कार के डीलर बने बेरेजोवस्की ने 1990 के दशक में ढेर सारी संपत्ति अर्जित की थी. उस वक्त सोवियत संघ का विघटन हुआ था और रूस तेजी से उदारवादी नीति अपना रहा था.

व्लादीमीर पुतिन जब 2000 में सत्ता में आए, तो इसमें भी बेरेजोव्स्की का भी बड़ा योगदान रहा. लेकिन बाद में वह विरोधी गुट में चले गए और उन्हें ब्रिटेन में राजनीतिक शरण लेनी पड़ी. उन पर धोखाधड़ी के आरोप भी लगे.

रूसी राष्ट्रपति के सत्ता में आने के बाद उन्होंने विरोधियों से डील की कि अगर वे राजनीतिक तौर पर पुतिन का विरोध नहीं करेंगे, तो उनके पैसों को हाथ नहीं लगाया जाएगा. लेकिन डील नहीं मानने वालों के साथ बुरा बर्ताव किया गया. यूकोस तेल प्रमुख मिखाइल खोदोरकोवस्की जैसे लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया. बेरेजोवस्की रूस छोड़ कर भाग गए.

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पुतिन के विरोधी बोरिस बेरेजोवस्कीतस्वीर: picture-alliance/dpa

इन रईस लोगों की संपत्ति सरकार ने जब्त कर ली. बेरेजोव्स्की ने बार बार आरोप लगाया कि पुतिन रूस को तानाशाही की राह पर ले जा रहे हैं और यहां पूर्व सोवियत संघ जैसी स्थिति बनती जा रही है. ब्रिटेन में रहते हुए वह पुतिन विरोधियों के संपर्क में थे, जिनमें एलेक्जैंडर लितविनेन्को भी शामिल हैं. पूर्व केजीबी एजेंट लितविनेन्को रूस से भाग कर ब्रिटेन चले गए थे और वहां उन्हें रेडियोएक्टिव पदार्थ खिला दिया गया था, जिसकी वजह से नवंबर, 2006 में उनकी मौत हो गई. ब्रिटिश पुलिस ने केजीबी के दूसरे एजेंट आंद्रेई लुगोवोई को इसमें प्रमुख आरोपी बताया है.

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पुलिस जांचतस्वीर: picture-alliance/dpa

हालांकि लुगोवोई और क्रेमलिन इन आरोपों से इनकार करते हैं. उनका कहना है कि उस मौत के लिए बेरेजोव्स्की जिम्मेदार थे. बेरेजोव्स्की खुद कई बार घातक हमलों का शिकार बनें.1994 में उनकी गाड़ी में बम लगाया गया. उनके ड्राइवर की धमाके में मौत हो गई और बेरेजोवस्की खुद घायल हुए. उन्होंने खुद बताया है कि 2007 में ब्रिटिश खुफिया एजेंसियों से खबर मिलने के बाद वे कुछ दिनों के लिए ब्रिटेन से गायब हो गए थे.

पिछले साल बेरेजोव्स्की को चेलसी फुटबॉल क्लब के रोमान आब्रामोविच के खिलाफ एक कानूनी मामला हारने के बाद उन्हें तीन करोड़ 50 लाख पाउंड देने पड़े थे. बेरेजोव्स्की का कहना था कि आब्रामोविच ने उन्हें सिबनेफ्ट नाम की तेल कंपनी में उनके हिस्से को लेकर बेईमानी की है लेकिन यह आरोप साबित नहीं हो सके. हाल ही में पता चला है कि बेरेजोव्स्की अपनी मित्र एलेना गोर्बुनोवा से अलग हो गए थे. गोर्बुनोवा के साथ उनके दो बच्चे थे और बेरेजोव्स्की को उन्हें दो लाख पचास हजार पाउंड देने पड़े थे.इसके बाद उनकी आर्थिक हालत काफी खराब हो गई थी और वे अपने कुछ पेंटिंग्स भी बेचने की कोशिश में थे.

रूसी राष्ट्रपति के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा है कि बेरेजोव्स्की ने पुतिन को चिट्ठी लिखी और वापस रूस आने की अनुमति मांगी थी. पुतिन ने बेरेजोव्स्की की मौत के बारे में कोई बयान नहीं दिया, लेकिन उनके प्रवक्ता का कहना है, "लेकिन आप कह सकते हैं कि किसी की मौत के बारे में खबर, चाहे वह कोई भी हो, उसको लेकर प्रतिक्रिया अच्छी नहीं हो सकती."

रिपोर्टः एजेए(एपी)

संपादनः आभा मोंढे