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पुलिस नहीं, पुतलों के भरोसे जेल

२३ जुलाई २०१०

जेल तोड़कर भागने के लिए अपराधी न जाने क्या क्या जुगत लगाते हैं पर अर्जेंटीना में दो लुटेरे को इसके लिए खास मेहनत नहीं करनी पड़ी क्योंकि जेल में उनकी निगरानी के लिए कोई सुरक्षा कर्मी नहीं, बल्कि प्लास्टिक के पुतले रखे गए.

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तस्वीर: AP

दक्षिणी अर्जेंटीना के नोएक्वीन प्रांत में जेलों के प्रबंधन को देखने वाले एक आला अधिकारी डेनियल वेर्गिस ने बताया, "मैं इस बात को मानता हूं कि हमने प्लास्टिक के पुतले रखे हुए थे, लेकिन जेल में कैमरे भी होते हैं जिनके जरिए कैदियों की हर गतिविधि पर नजर रखी जाती है." नोएक्वीन की पैनल यूनिट 11 जेल से शनिवार को दो कैदी जेल की छत फांदकर रफूचक्कर हो गए.

इस जेल में कैदियों की निगरानी के लिए जो टावर बना है उस पर एक पुतले को रखा गया है जिसका नाम है. एक सुरक्षा अधिकारी के हवाले से रिओ नेग्रो अखबार ने लिखा है, "हमने एक गेंद और टोपी की मदद से यह पुतला तैयार किया है, जिसकी परछाई को देखकर कैदी समझें कि उन पर नजर रखी जा रही है." इस जेल में इस तरह के 15 टावर हैं जिनमें सिर्फ दो पर ही असल सुरक्षाकर्मियों को बिठाया जाता है.

इतना ही नहीं, पैसे की कमी की वजह से भी इस जेल में कैदियों की निगरानी सही से नहीं हो पा रही है. स्थानीय पुलिस प्रमुख युआन कार्लोस लेपेन कहते हैं, "टूटे हुए कैमरों और खराब पड़े टीवी मॉनिटर बदले नहीं गए हैं क्योंकि सरकार की तरफ से पैसा नहीं आया है."

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः एस गौड़