फैसले से राम मंदिर की राह आसानः आडवाणी
१ अक्टूबर २०१०बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक के बाद लालकृष्ण आडवाणी ने अपने बयान में कहा कि इस फैसले से दो समुदायों के रिश्तों में नए युग की शुरुआत होगी और राष्ट्रीय एकीकरण के लिए यह बेहद अहम फैसला है. आडवाणी ने खुशी जाहिर की है कि देश की जनता ने इस फैसले पर जिस तरह से परिपक्वता का प्रदर्शन किया है उससे पार्टी अभिभूत है.
आडवाणी के मुताबिक हाई कोर्ट के फैसले में विवादित जमीन पर मंदिर निर्माण के हिंदुओं के अधिकार को हरी झंडी दिखाई गई है. एक लिखित बयान पढ़कर सुनाने के बाद आडवाणी ने किसी तरह के सवाल जवाब से परहेज किया. बैठक में पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी, लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज, अरुण जेटली सहित अन्य नेता मौजूद रहे.
हाई कोर्ट का फैसले आने के बाद बीजेपी खेमे में खुशी होने के बावजूद पार्टी कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाने से गुरेज किया. दिल्ली में पार्टी मुख्यालय के बाहर फैसला आने से कुछ देर पहले करीब 50 पार्टी कार्यकर्ता एकत्र हो गए. फैसला आने के तुरंत बाद उन्होंने जयश्री राम, हर हर महादेव के नारे लगाते हुए पटाखे चलाए और मिठाई बांटी. लेकिन पार्टी कार्यकर्ताओं को तुरंत पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने थाम लिया और उन्हें सीधे शब्दों में समझा दिया कि उनके जश्न मनाने से लोगों में गलत संदेश जाएगा.
हाई कोर्ट के फैसले पर बीजेपी की प्रतिक्रिया आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के फैसले का स्वागत करने के बाद ही आई. मोहन भागवत ने शांति बनाए रखने और दूसरों की भावनाओं को ठेस न पहुंचाने की अपील की है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: ए जमाल