1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

बंद की वजह से 13 हजार करोड़ का नुकसान

५ जुलाई २०१०

आम आदमी की राहत के लिए लड़ाई के नाम विपक्षी दलों ने सोमवार को जिस भारत बंद का आयोजन किया था, उससे आम आदमी को 13 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.

https://p.dw.com/p/OBFf
ठप्प रहा कारोबारतस्वीर: AP

बंद की वजह से देशभर में व्यापारिक कामकाज ठप्प रहा, कई जगह बाजार बंद रहे और यातायात भी बुरी तरह प्रभावित हुआ. इस वजह से उद्योग जगत को लगभग 13 हजार करोड़ रुपये का नुकसान का अनुमान है.

बंद की वजह से सबसे ज्यादा असर भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई और अन्य औद्योगिक राज्यों जैसे गुजरात और महाराष्ट्र को झेलना पड़ा. तमिलनाडु, कर्नाटक और राजधानी दिल्ली में व्यापारिक कामकाज पर काफी असर हुआ.

पीएचडी चैंबर्स ऑफ कॉमर्स के मुताबिक राजस्थान, मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश समेत उत्तरी राज्यों में आर्थिक कामकाज पर बुरा असर पड़ा. लेफ्ट पार्टियों की सरकार वाले पश्चिम बंगाल और केरल में बैंकों का कामकाज लगभग ठप्प रहा.

12 घंटे के बंद का आह्वान बीजेपी और अन्य विपक्षी दलों ने किया था. औद्योगिक संगठन फिक्की ने एक बयान में कहा कि बंद की वजह से देश के जीडीपी को 13 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. एक अन्य औद्योगिक संगठन एसोचैम ने 10 हजार करोड़ के नुकसान का अनुमान लगाया है.

बंद की वजह से लगभग सभी बड़े शहरों में होलसेल बाजारों में कामकाज ठप्प रहा. मुंबई और कोलकाता जैसे अहम एयरपोर्ट्स पर कई उड़ानें रद्द करनी पड़ीं. ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के मुताबिक बंद के कारण 6 लाख से ज्यादा वाहन सड़कों पर नहीं आ पाए.

हालांकि शेयर बाजार खुले रहे लेकिन बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में सिर्फ 2857 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ जो आम दिनों के मुकाबले 52 फीसदी कम है. आमतौर पर यहां करीब 6000 करोड़ रुपये का कारोबार होता है.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः ए कुमार