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बच्ची को फेंकने के आरोप में मां गिरफ्तार

२७ अक्टूबर २०१०

मुंबई में जुड़वां बच्चों को जन्म देने वाली एक महिला को पुलिस ने गिरफ्तार किया है क्योंकि उस पर अपने एक बच्चे को अस्पताल की खिड़की से फेंक देने का आरोप है. महिला ने बेटी और बेटे को जन्म दिया जिसमें लड़की को फेंका गया.

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बेटियों की चाह नहीं!तस्वीर: picture-alliance/dpa

पुलिस ने बताया कि मंगलवार को केईएम अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर के बाथरूम से इस बच्ची को फेंका गया. पता चलने पर बच्ची को तुरंत अस्पताल में लाया गया लेकिन सिर में गंभीर चोट की वजह से बाद में उसकी मौत हो गई. पहले इस महिला ने दावा कि बच्ची चोरी हो गई है लेकिन सीसीटीवी की फुटेज के मुताबिक उसे बच्ची को बाथरूम में ले जाते दिखाया गया, लेकिन जब वह बाहर आई तो अकेली थी.

बच्ची को फेंकने के आरोप में पुलिस ने महिला को हिरासत में लिया है. भारतीय अखबार इंडियन एक्सप्रेस ने पुलिस इंस्पेक्टर विक्रम पाटिल के हवाले से कहा है कि इस महिला पर हत्या जैसे गंभीर आरोप भी लगाए जा सकते हैं.

केईएम अस्पताल के डीन संजय ओक ने कहा, "हम नहीं जानते कि इस महिला ने ऐसा कदम क्यों उठाया." उधर भारतीय मीडिया की खबरों के मुताबिक इस महिला को एक बेटा और एक बेटी पैदा हुए. गर्भ के साढ़े सात महीने बाद ही ये बच्चे पैदा हो गए और उनका वजन काफी कम था.

मानवाधिकार समूह काफी समय से कन्या भ्रूण हत्या के मामलों के उठाते रहे हैं. खास कर ग्रामीण इलाकों में यह समस्या और भी गंभीर है. भारत में लड़कियों के मुकाबले लड़कों को पारंपरिक रूप से प्राथमिकता दी जाती है.

लेकिन इस महिला के पति का कहना है, "हम जुड़वां बच्चों के साथ खुश थे. हमें लड़की से कोई दिक्कत नहीं थी."

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः वी कुमार