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बायर्न ने हथियाया 4-0 से डीएफ़बी कप

१६ मई २०१०

जर्मन फ़ुटबॉल क्लब बायर्न म्यूनिख ने डीएप़बी कप जीतकर इस साल अपनी दोहरी जीत पक्की कर ली और तिहरी जीत का सपना पूरा होने के क़रीब है. अगले सप्ताह यूरोपीय चैंपियंस ट्राफ़ी के फ़ाइनल में उसका मुक़ाबला इंटर मिलान से होगा.

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तस्वीर: AP

जर्मन चैंपियन बनने के एक सप्ताह बाद बायर्न म्यूनिख का मुक़ाबला जर्मन फ़ुटबॉल संघ डीएफ़बी कप के लिए वर्तमान चैंपियन वैर्डर ब्रेमेन से था. बायर्न ने ब्रेमेन को 4-0 से हराकर इस साल की दूसरी राष्ट्रीय ट्रॉफ़ी जीत ली. यह क्लब के इतिहास में 8वीं दोहरी जीत है.

बर्लिन के ओलंपिक स्टेडियम में 73 हज़ार दर्शकों की उपस्थिति में आरयेन रॉब्बेन ने 35 वें मिनट में अपनी टीम को बढ़त दिलाई. 51वें मिनट में इवित्सा ओलिच, 63वें मिनट में फ़्रांक रिबेरी और 83वें मिनट में बाश्टियान श्वाइनश्टाइगर ने अपने गोलों से बायर्न की जीत को पुख्ता कर दिया. 20 वर्षीय थॉमस म्युलर ने अपने करियर का पहला कप जीतने के बाद टिप्पणी की, "ऐसा नतीज़ा सपने जैसा है."

DFB-Pokalfinale Werder Bremen gegen Bayern München
कप हाथ में लिए बायर्न कप्तान मार्क फ़ान बोम्मेलतस्वीर: AP

अपनी टीम की जीत के बाद बायर्न के ट्रेनर लुइस फ़ान गाल ने कहा, "मैंने अपने खिलाड़ियों से कहा कि जीतना बहुंत ज़रूरी है, लेकिन यह भी बहुत ज़रूरी है कि जीत किस तरह से होती है." और बायर्न के पूर्व कप्तान ओलिवर कान ने जीत पर टिप्पणी की, "यह मजबूती का प्रदर्शन था, यह एफसी बायर्न की ताक़त का प्रदर्शन था."

इसके विपरीत वैर्डर ब्रेमेन के कैंप में मायूसी थी. डिफेंडर पेर मैर्टेज़ाकर ने स्वीकार किया, "हमने बहुत कोशिश की, कुछ मौक़े भी मिले, लेकिन हम अपनी सामान्य मजबूती नहीं दिका सके." ट्रेनर थॉमस शाफ़ ने अपने विरोधियों की प्रशंसा करते हुए कहा, "बायर्न खेल में जीत का हक़दार था. हमारी समस्या यह थी कि हम गोलपोस्ट का रास्ता नहीं खोज पाए." और ब्रेमेन के खिलाड़ी टॉर्स्टेन फ़्रिंज्स ने कहा, "जब आप ऐसी एक टीम से पिछड़ जाते हैं तो सब कुछ मुश्किल हो जाता है."

रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा

संपादन: एस गौड़