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बायर्न म्यूनिख चैंपियंस लीग के फ़ाइनल में

२८ अप्रैल २०१०

इविसा ओलिच की शानदार तिकड़ी के सहारे बायर्न म्यूनिख लियोन को 3-0 से हरा कर चैंपियंस लीग के फ़ाइनल में पहुंच गया है. लियोन के कप्तान क्रिस को रेफ़री ने दूसरे हाफ़ में मैदान से बाहर भेजा जो बाद में महंगा साबित हुआ.

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तस्वीर: AP

मैच शुरू होने के कुछ देर बाद ही म्यूनिख को बढ़त मिल जानी चाहिए थी लेकिन थॉमस म्यूलर का शॉट थोड़ा दूर से निकल गया. 26वें मिनट में म्यूलर के पास पर ओलिच ने दूसरे प्रयास में लियोन के गोलकीपर को छकाते हुए बॉल गोल पोस्ट के भीतर पहुंचा दी.

लियोन को चैंपियंस लीग के फ़ाइनल में पहुंचने के लिए यह मैच जीतना ज़रूरी था लेकिन उनकी टीम कभी दबाव बनाती नज़र नहीं आई.

लियोन के मैच में वापसी की उम्मीदें तब और कम हो गई जब क्रिस को सज़ा के तौर पर मैच के 59वें मिनट में बाहर जाना पड़ा. लियोन के 10 खिलाड़ियों के साथ खेलने का फ़ायदा उठाते हुए म्यूनिख ने पहले 67वें मिनट में और फिर 78वें मिनट में गोल कर अजेय बढ़त हासिल कर ली. बायर्न के स्टार खिलाड़ी रोबेन चाहते हैं कि फ़ाइनल में उनके ख़िलाफ़ इंटर मिलान की टीम खेले.

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तस्वीर: AP

बायर्न म्यूनिख इन दिनों सफलता के रथ पर सवार नज़र आ रही है. जर्मन कप के फ़ाइनल में उसका मुक़ाबला वैर्डर ब्रैमेन से होना है तो जर्मन फ़ुटबॉल लीग बुंडेसलीगा में भी म्यूनिख ख़िताब जीतने के नज़दीक पहुंच रहा है और अब चैंपियंस लीग के फ़ाइनल में उसने जगह बना ली है. फ़ाइनल में बायर्न म्यूनिख का मुक़ाबला किस टीम से होगा, यह अभी तय नहीं है. बुधवार को दूसरे सेमीफ़ाइनल में बार्सिलोना और इंटर मिलान की टीमें आमने सामने होंगी.

हालांकि बायर्न म्यूनिख के कोच लुइस फ़ान गॉल ने अपने खिलाड़ियों को मीठी चेतावनी देते हुए याद दिलाया है कि उन्होंने अभी पूरी तरह से जीत हासिल नहीं की है. "हम ख़िताब जीतने के बहुत क़रीब ज़रूर हैं लेकिन अभी टाइटल दूर है. जब मैं बार्सिलोना के लिए खेलता था तो ऐसा लगा कि हम कई टाइटल जीत जाएंगे लेकिन आख़िर में कुछ नहीं हुआ."

गॉल चाहते हैं कि चैंपियंस लीग फ़ाइनल में उनके सामने इंटर मिलान की टीम हो क्योंकि उसके ख़िलाफ़ म्यूनिख के जीतने की उम्मीद ज़्यादा होगी.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: महेश झा