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बालाजी के लिए ढाई करोड़ का मुकुट

१२ अक्टूबर २०१०

कांची मठ के शंकराचार्य जयेंद्र सरस्वती तिरुपति के बालाजी मंदिर को ढाई करोड़ रुपये कीमत वाली मुकुट दान करने की योजना बना रहे हैं. वेंकटेश्वर भगवान की मूर्ति पर ये मुकुट चढ़ेगा.

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तस्वीर: HB-Verlag

भारत के सबसे वैभवशाली मंदिरों में से एक तिरुपति बालाजी का मंदिर हर साल दान में आने वाली अकूत संपत्ति के लिए दुनिया भर में विख्यात है. जल्दी ही उसके खजाने में साढ़े चार किलो सोने से बना एक मुकुट भी शामिल हो जाएगा. साढ़े तीन फीट की ऊंचाई वाले इस मुकुट में दुर्लभ हीरे भी जड़े होंगे और इस पर शानदार कारीगरी होगी. कांची मठ के सूत्रों से ये जानकारी मिली है. ये मंदिर का प्रबंध देखने वाली संस्था तिरुमला तिरुपति देवस्थानम को 19 अक्टूबर को सौंपी जाएगी.

Shankaracharya Jayendra Saraswati
शंकराचार्य करेंगे मुकुट का दानतस्वीर: AP

पूजा अर्चना के बाद 22 अक्टूबर को सोने का ये मुकुट वेंकटेश्वर भगवान की मूर्ति पर चढ़ाया जाएगा. शंकराचार्य जयेंद्र सरस्वती ने पत्रकारों से बातचीत में इस बात की जानकारी दी. इन दिनों मंदिर में नवरात्रि ब्रह्मोत्सवम का सालाना उत्सव चल रहा है. इस दौरान विशेष पूजा और धार्मिक अनुष्ठान किए जाते हैं. पहाड़ पर बने इस मंदिर में नवरात्रि के दौरान लाखों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. इन भक्तों की सुरक्षा के लिए सरकार ने विशेष इंतजाम किए हैं.

लोगों को यहां दर्शन के लिए लंबी कतारों में घंटों इंतजार करना पड़ता है. बावजूद इसके यहां आने वाले भक्तों की भीड़ कम नहीं होती. कुछ साल पहले मंदिर प्रशासन ने दर्शन के लिए ऑनलाइन बुकिंग का भी इंतजाम किया है. यहां आने वाले भक्तों में बहुत सारे लोग अपने बाल भी कटवाते हैं. मंदिर प्रशासन हर साल करोड़ों रुपये तो इन बालों की बिक्री कर के कमा लेता है. दुनिया की सबसे बड़ी चपाती बनाने वाली मशीन भी इसी मंदिर के भोजनालय में है. यहां हजारों लोग एक साथ बैठ कर मंदिर के प्रसाद के रूप में भोजन करते हैं.

रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन

संपादनः महेश झा