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बोको हराम का सफाया शुरू

५ मई २०१५

नाइजीरिया की सेना ने शरिया राज्य का सपना देख रहे बोको हराम के खिलाफ अभियान छेड़ा. सेना ने 700 महिलाओं को भी बोको हराम की कैद से मुक्त कराया.

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तस्वीर: Reuters/J. Penney

पूर्वोत्तर नाजीरिया से हाल ही में जिन महिलाओं को रिहा कराया गया, उनमें से 214 गर्भवती हैं. संयुक्त राष्ट्र पॉपुलेशन फंड (यूएनएफपीए) नाइजीरिया के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर बाबाटुंडे ओशोटिमेहिन ने एक और चौंकाने वाली जानकारी दी, "इनमें से ज्यादातर की मेडिकल जांच की जा रही है ताकि एचआईवी और एड्स समेत दूसरी बीमारियों का पता लग सके."

नाइजीरिया में सक्रिय इस्लामिक आतंकवादी संगठन बोको हराम, युवा महिलाओं और युवतियों का अपहरण करता है. उन्हें इस्लाम कबूल करने पर मजबूर करता है. कुछ युवतियों से बोको हराम के लड़ाके शादी कर लेते हैं और कई महिलाओं को यौन बंधक बनाकर रखते हैं. लेकिन मुक्त कराई गई महिलाओं में से कोई भी चिबोक गांव की नहीं है. अप्रैल 2014 में बोको हराम ने चिबोक के स्कूल से 200 से ज्यादा छात्राओं को अगवा किया था.

Nigeria Flüchtlingskamp Yola
मुक्त हुए महिलाएं और बच्चेतस्वीर: picture alliance/dpa

सैनिकों ने सोमवार को चलावा गांव से भी 260 महिलाओं और बच्चों को रिहा कराया. एक महिला के मुताबिक सेना के आते ही बोको हराम के लड़ाके भाग गए. साल भर बाद बोको हराम के चंगुल से छूटी एक महिला को अब अपने दो बेटों की चिंता है. सात और आठ साल के उनके बेटों का कोई अता पता नहीं है.

कैद के दौरान महिला ने जब बोको हराम से अपने बच्चों के बारे में पूछा तो जवाब मिला कि, "उन्हें स्कूल में ट्रेनिंग दी जा रही है. अब वो तुम्हारे पास कभी नहीं लौटेंगे." नाइजीरियाई सेना और संयुक्त राष्ट्र को आशंका है कि बोको हराम बच्चों के हाथ में हथियार दे रहा है.

इस बीच नाइजीरिया की सेना ने बोको हराम के खिलाफ कार्रवाई और तेज कर दी है. रिहा हुई महिलाओं के मुताबिक बोको हराम अब कमजोर पड़ने लगा है. हथियार और ईंधन की कमी आड़े आ रही है. युवा लड़ाकों और बोको हराम के नेतृत्व के बीच झगड़े भी होने लगे हैं.

Nigeria Wahlkampf Mohammadu Buhari & Yemi Osinbajo
मुहम्मदू बुहारीतस्वीर: picture-alliance/dpa

बोको हराम ने पिछले साल करीब 2,000 महिलाओं और युवतियों को अगवा किया. संगठन पूर्वोत्तर नाइजीरिया को इस्लामी राज्य बनाना चाहता है. नाइजीरिया अफ्रीका की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. लेकिन इसी साल मुहम्मदू बुहारी के चुनाव जीतने के बाद से बोको हराम कमजोर पड़ने लगा है. 29 मई 2015 से राष्ट्रपति पद संभालने जा रहे बुहारी नाइजीरिया की सेना के प्रमुख रह चुके हैं. विशेषज्ञों के मुताबिक बुहारी से पहले गु़डलक जोनाथन के कार्यकाल में मुसलमानों का एक तबका बोको हराम से हमदर्दी रखता था. लेकिन बुहारी के राजनैतिक उदय के बाद से यह संबंध कमजोर पड़ा है. बुहारी की छवि एक सख्त प्रशासन की है.

मार्च 2015 में हुए चुनावों के नतीजे आने के बाद ही बुहारी ने राष्ट्र के नाम अपने संदेश में कहा था, "बोको हराम को जल्द ही नाइजीरिया के लोगों की सामूहिक शक्ति का अंदाजा हो जाएगा. यह ताकत आतंकवाद का खात्मा करेगी और शांति को वापस लाएगी."

ओएसजे/आरआर (डीपीए, एएफपी)