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ब्रिटेन की महिला को चीनी सिरदर्द

२१ अप्रैल २०१०

ब्रिटेन की एक 35 साल की महिला सिरदर्द के एक दौरे के बाद अचानक चीनी लहजे में बोलने लगी. उन्हें न तो चीनी भाषा आती है, और न ही वे कभी चीन गई थीं. इससे डॉक्टर भी हैरान हैं और उनका परिवार भी.

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तस्वीर: AP

प्लाईमाउथ की सारा कॉलविल को सिरदर्द का ऐसा भयानक दौरा पड़ा था कि उन्हें ऐंबुलेंस बुलाकर अस्पताल ले जाना पड़ा. अस्पताल में वार्डरों और नर्सों का कहना था कि जब वे बोलती हैं, तो लगता है कि वे चीनी हैं. वहां से जब उन्होंने अपनी बहू को फ़ोन किया, तो उसे पता ही नहीं चला कि कौन बोल रहा है. उसके बाद से अक्सर ऐसा हुआ है कि जब वह किसी परिचित को टेलीफ़ोन करती है, तो वह रिसीवर रख देता है, क्योंकि सारा की आवाज़ पहचानी नहीं जाती.

सारा कॉलविल का मानना है कि वे फ़ॉरेन ऐक्सेंट सिंड्रोम की मरीज हो गई है. अब तक सारी दुनिया में इस रोग के कुछ एक दर्जन मामले सामने आए हैं. आम तौर पर सेरिब्रल स्ट्रोक या मस्तिष्क में चोट के बाद ऐसे मामले सामने आए हैं. पहली बार 1941 में नार्वे की एक महिला में यह समस्या देखी गई. युद्ध के दौरान सिर में चोट लगने के बाद वे जर्मन ऐक्सेंट के साथ बात करने लगी थीं. अपने कस्बे में उन्हें काफ़ी समस्याओं का सामना करना पड़ा, क्योंकि लोग सोचते थे कि वे जर्मन जासूस हैं.

सारा को पहले अपना ऐक्सेंट दिलचस्प लगा था, लेकिन इस बीच वे इससे छुटकारा पाना चाहती हैं. वे कहती हैं: यह मेरी आवाज़ नहीं है. 'स्वाभाविक' रूप से बोलने के लिए उन्होंने एक ख़ास थेरपी शुरू की है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/उभ

संपादन: ओ सिंह