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भारत के दो विकेट पर 128 रन

१० अक्टूबर २०१०

बैंगलोर टेस्ट की अपनी पहली पारी में भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही. दिन खत्म होने तक भारत ने दो विकेट के नुकसान पर 128 रन बना लिए हैं. ऑस्ट्रेलिया ने 478 रनों पर अपनी पारी खत्म की.

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वीरेंद्र सहवागतस्वीर: AP

सहवाग ने शुरुआत चौकों की बरसात के साथ की. सिर्फ 28 गेंद पर उन्होंने 30 रन बना डाले. इसमें चार चौके और एक छक्का शामिल है. लेकिन तेजी से रन बनाने के चक्कर में वह हिलफेनहाउस की एक गेंद पर मिचेल जॉनसन के हाथों लपके गए. तब भारत का स्कोर सिर्फ 37 रन था.

तीसरे नंबर पर उतरे राहुल द्रविड़ भी कुछ नहीं कर पाए. वह सिर्फ एक रन बनाकर मिचेल जॉनसन का शिकार बने. तब भारत ने 48 रन ही बनाए थे. ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में 478 रन बनाए हैं.

ऑस्ट्रेलिया ने रविवार सुबह पहले दिन के स्कोर 5 विकेट पर 285 के स्कोर से आगे खेलना शुरू किया तो उसके दोनों बल्लेबाज बहुत आत्मविश्वास के साथ विकेट पर खड़े नजर आए. एमजे नॉर्थ और टिम पेन के आगे भारतीय गेंदबाज बेबस नजर आए. लंच तक दोनों बल्लेबाजों ने बहुत आराम से 100 रन बनाए और भारतीय खेमे को खुश होने का कोई मौका नहीं दिया. लंच के बाद भी लंच के बाद नॉर्थ ने अपना शतक पूरा किया और पेन भी अर्धशतक के पार चले गए. आखिरकार 405 के स्कोर पर ऑस्ट्रेलिया का छठा विकेट गिरा जब प्रज्ञान ओझा की एक गेंद को मैदान के बाहर भेजने के चक्कर में पेन चूक कर बैठे और विकेट कीपर महेंद्र सिंह धोनी ने उनका स्टंप उड़ा दिया. पेन ने 59 रनों की पारी खेली.

पेन के बाद नॉर्थ का साथ देने आए मिचेल जॉनसन को भी ओझा ने जल्दी ही चलता कर दिया. तब स्कोर में 10 रन ही और जुडे़ थे और जॉनसन ने तो अपना खाता भी नहीं खोला था कि वह ओझा की फिरकी से बचने के चक्कर में अपनी टांग गेंद के आगे अड़ा बैठे. अंपायर ने उन्हें एलबीडब्ल्यू आउट देने में जरा भी झिझक नहीं दिखाई.

लेकिन एमजे नॉर्थ का कोई इलाज भारतीय गेंदबाजों के पास नहीं था. नए बल्लेबाज हॉरित्ज के साथ मिलकर उन्होंने खेल के दूसरे सत्र में ही आराम से स्कोर को 450 के पार पहुंचा दिया. आखिरकार 128 के निजी स्कोर पर हरभजन सिंह ने उन्हें श्रीशांत के हाथों कैच कराया. तब तक ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 458 रन हो गया.

स्कोर में अभी एक ही रन और जुड़ा था कि हॉरित्ज रन आउट हो गए. लेकिन आखिरी विकेट लेने के लिए भारतीय गेंदबाजों को फिर थोड़ी मशक्कत करनी पड़ी. आखिरी विकेट लिए पीआर जॉर्ज और हिलफेनहाउस ने 19 रन जोड़े. जॉर्ज को हरभजन सिंह ने ललचाकर विकेट से बाहर बुलाया और उनकी फिरकी सीधी धोनी के हाथों में गई. धोनी ने स्टंप उड़ाने में देर नहीं लगाई और इस तरह ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 478 रन पर खत्म हुई.

पहली पारी में भारत के लिए हरभजन सिंह ने सबसे ज्यादा चार विकेट लिए. प्रज्ञान ओझा को तीन विकेट मिले. जहीर खान और सुरेश रैना ने एक एक खिलाड़ी को आउट किया.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः आभा एम

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